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  • उल्हासनगर की बड़ी गणेश मूर्तियों का होगा कल्याण खाड़ी में विसर्जन -डीसीपी प्रमोदकुमार शेवाले

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     उल्हासनगर की बड़ी गणेश मूर्तियों का होगा कल्याण खाड़ी में विसर्जन -डीसीपी प्रमोदकुमार शेवाले  

    शुक्रवार की शाम टाउन हॉल में हुए गणेश मंडलों के कार्यक्रम दी गई यह जानकारी ! 

    छोटी गणेश मूर्ति रखकर पूजा करने का मंडलों से किया मनपा आयुक्त ने निवेदन ! 

    कानून का पालन करते हुए मनाए यह उत्सव,नियमो की अनदेखी करने वालो पर होगी कड़ी कार्यवाई -एसीपी टेले 

    उल्हासनगर -उल्हासनगर के गणेश उत्सव के गणेश मंडलो कि बड़ी मूर्ती का विसर्जन कल्याण खाडी में करने का परमिशन मिला है ऐसी जानकारी उल्हासनगर पुलिस परिमंडळ - 4 के उपायुक्त (डीसीपी) प्रमोदकुमार शेवाले ने दी है .
    बता दे कि शुक्रवार की शाम में हुए टाऊन हॉल में पुलिस प्रशासन, मनपा प्रशासन, राजकीय पक्ष व विविध गणेश मंडलो के पदाधिकारी इनका गणेश उत्सव की तैयारी व उत्सव के दौरान होने वाले कार्यक्रम को लेकर संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया था इसी कार्यक्रम के संबोधन के दौरान पुलिस उपायुक्त प्रमोदकुमार शेवाले ने बोलते समय यह जानकारी दी उल्हासनगर शहर के पास ऐसा कोई नदी नही न ही कोई खाड़ी व समुद्र है जहाँ बड़ी गणेश मूर्ति का विसर्जन हो सके इस लिए इसका एकमात्र विकल्प है कल्याण की खाड़ी इस लिए बड़ी मूर्ति का विसर्जन के लिए कल्याण की खाड़ी में किये जाने की मांग हमने ठाणे पुलिस आयुक्त (सीपी) विवेक फणसालकर से किया था ,उन्होंने विषय की गम्भीरता को देखते हुए कल्याण खाडी में बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के परमिशन इस बार के लिए दिया है.  पिछले कुछ सालों से कल्याण पुलिस और कल्याण - डोंबिवली महानगरपालिका इन्होंने उल्हासनगर के गणेश मूर्तीं को कल्याण खाडी में विसर्जन करने के परमिशन को मना कर दिया था, ट्रैफिक जाम, प्रदूषण , कायदा कानून बिगड़ने जैसे कई प्रश्न को कारण बताया था.        उल्हासनगर मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने कहा है कि इसबार कुछ लोगो ने गणेश मूर्तीं की ऊँचाई को कम किया है अगर सारे लोग छोटी मूर्ति को प्रधानता दे तो जो बड़ी मूर्ति लाने के समय घटनए हुई जिसमें बिजली के करंट के चलते कुछ लोग को जान गवानी पडी तो मूर्ति छोटी रहने पर ऐसे घटनाओं का सामना नही करना पड़ता है बड़ी मूर्ति को ले जाते समय की ताजी घटना सूरत का भी जिक्र किया यही नही तीन चार साल पहले उल्हासनगर में भी ऐसी घटना में दो लोगो की मौत हुआ था अगर गणेश मूर्तीं का आकार छोटा होगा तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है, मनपा के बिना परमिशन के सार्वजनिक मंडल मंडप और मूर्ती का स्थापना करे नही ,किसी मंडल को कोई परेशानी हो नही इसके लिए मनपा ने ऑनलाइन परमिशन व्यवस्था किया है .       वही शिवसेना के जेष्ठ नगरसेवक धनंजय बोडारे ने कहा कि शांतता क्षेत्र का एरिया जो घोषित किया गया है , वहा पर ध्वनी प्रदूषण हो नही यह समझा जा सकता परन्तु यदि कोई शांतता का पालन करके गणेश मूर्तीं की स्थापना किया जा सकता है ऐसी जगहो का परमिशन पुलिस के द्वारा नकारा जा रहा है उसको कैसे दिया जा सकता उसका भी कुछ उपाय ठूठना चाहिए ! शिवसेना शहरप्रमुख राजेंद्र चौधरी, सुरेश जाधव सहित अनेक गणेश मंडल के पदाधिकारियो ने अपने मनोगत को ब्यक्त किया ,                14 दिनो हर दिन चलने वाले गणेश मूर्ती के विसर्जन जो उल्हासनगर शहर में सुरू रहता है यह ठीक नही है गणेश मूर्तीं का आकार छोटा करे और प्रदूषण व डीजे मुक्त गणेश उत्सव मनाने का आवाहन उपस्थित पुलिस अधिकारी व मनपा के अधिकारियो द्वारा गणेश मंडलो से किया है .       इस कार्यक्रम में सहाय्यक पुलिस आयुक्त डी डी टेले, उल्हासनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुशील जावले  , मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के वरीष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधाकर सुरवडकर ,विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन के वरीष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश भामे, हिल लाईन पुलिस स्टेशन के वरीष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मायने, वाहतूक पुलिस सहाय्यक आयुक्त , मनपा प्रशासन के उपायुक्त सोंडे , चारो प्रभाग के सहाय्यक आयुक्त और विविध गणेश मंडल के पदाधिकारी उपस्थित थे . 
  • उल्हासनगर मनपा के आयुक्त ने प्रकाशित किया प्रारूप श्वेतपत्र !

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    उल्हासनगर मनपा के आयुक्त ने प्रकाशित किया प्रारूप श्वेतपत्र ! 

     महानगरपालिका की तिजोरी पर 335 करोड़ का बोझ ! 

     आगामी तीन सालों में नहीं हो सकेगा कोई नया विकास कार्य ! 

    श्वेतपत्र के आने से नगरसेवकों के विकास कार्यो के मंसूबो फिरा पानी ! 

    नगरसेवकों और शहरवासियों से महानगरपालिका के वित्तीय संकट से बाहर निकालने में मदद किया मनपा आयुक्त ने अनुरोध ! 

     उल्हासनगर-उल्हासनगर मनपा के नगरसेवकों के दावों की हवा तब निकल गई जब मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने एक श्वेत पत्र के मसौदे के कारण बजट को स्थायी और सामान्य महासभा में पेश किया है। आयुक्त ने घोषणा की है कि जबरन काम के अलावा नए विकास कार्यों को नहीं लिया जाएगा, क्योंकि नगरपालिका आयुक्त इस श्वेत पत्र में अनुमान लगाते हैं कि नगरपालिका पर लगभग ३३५ करोड़ रुपए का बोझ पड़ रहा है ! 
    बता दे कि उल्हासनगर मनपा गंभीर वित्तीय स्थिति में है। विकास के लिए काम करने वाले ठेकेदारों को २०१६ से कोई बिल का भुगतान नहीं किया गया है। इसलिए, ठेकेदार अनिवार्य कार्य करते समय निविदा नहीं भरते हैं। जब मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख द्वारा इस मामले पर ध्यान दिया गया और जब उन्होंने महानगरपालिका की वित्तीय स्थिति को देखा, तो पाया गया कि महानगरपालिका पर ऋण, आय और व्यय से बचा नहीं जा सकता है। इसलिए, उन्होंने सभी विभागों से चल रहे काम की जानकारी लेकर श्वेतपत्र को लाने का फैसला किया था। श्वेत पत्र गुरुवार शाम को प्रकाशित किया गया था। इस श्वेत पत्र को जारी करते समय पिछले पांच वर्षों की रिपोर्ट को ध्यान में रखा गया है। इस श्वेतपत्र में पहले चरण में विभिन्न विभागों द्वारा एकत्र किए गए करों के कर संग्रह और दरों की जानकारी है। दूसरा चरण जमा और लागत पक्ष पर प्रकाश डालता है। २०१४ से २०१९ तक उल्हासनगर मनपा के महासभा के बजट से जमा और वास्तविक आय के बीच पचास प्रतिशत का अंतर है। हालाँकि, चूंकि यह व्यय आय से अधिक है, इसलिए श्वेतपत्र में यह बात सामने आया है कि मनपा ने भारी ऋण और ठेकेदारों को भुगतान किया है। लेखा विभाग द्वारा लगभग ११० करोड़ रुपये विकास कार्यों को पूरा करने के बाद प्राप्त हुए हैं, काम पूरा हो गया है, लेकिन लगभग २२ करोड़ रुपये के भुगतान हैं जो नहीं किए गए हैं। जनादेश प्राप्त करने के बाद, २८ करोड़ रुपये के कार्य हैं और १४ करोड़ रुपये के विकास कार्य हैं, जिन्हें शुरू नहीं किया गया है। विभागीय दायित्व श्वेतपत्र में कहा गया है कि गारंटी शुल्क, बकाया ऋण, जीआईएस प्रणाली सर्वेक्षण, खेमानी नालियों और अपशिष्ट परिवहन निविदा विविधताओं के लिए कुल महानगरपालिका पर ३३५ करोड़ रुपये का दायित्व है। इन सभी मामलों पर अंतिम चरण में जोर दिया गया है ,जिसमें मनपा आयुक्त ने समस्या और समाधान योजना का प्रस्ताव किया है। इनमें कर्मचारी वेतन, सेवानिवृत्ति वेतन, एमआईडीसी जल बिल, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, हाइड्रोलिक मरम्मत, प्रकाश जुड़नार, स्टेशनरी खर्च शामिल हैं। श्वेतपत्र में कहा गया है कि नगरसेवकों के छोटे स्तर के कार्य भी नहीं किए जा सकते हैं। आय और व्यय के अंतराल में सुधार के लिए आय के नए स्रोतों को खोजना, पानी की दरों में सुधार करना, सामग्री खरीदने के लिए सरकार के वेब पोर्टल का उपयोग करना, बड़ी कंपनियों से कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी निधि प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करना, प्रमुख विकास के लिए एमएमआरडीए से धन प्राप्त करना, जीआईएस सिस्टम सर्वेक्षण कार्य को तुरंत पूरा करना, इन उपचारात्मक योजनाओं का समावेश उद्देश्य है। गौरतलब है कि आगामी तीन वर्षों में कोई नया विकास कार्य नहीं किया जाएगा। जब मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि ये सभी उपाय शहर के भविष्य के लिए किए गए हैं और उन्होंने नगरसेवकों और नागरिकों से महानगरपालिका को वित्तीय संकट से बाहर निकालने में मदद करने का अनुरोध किया था।
  • सीमेंट कंक्रीट रोड पर पेवर ब्लॉक लगाने के मामले में मनपा आयुक्त की मूक सहमति !

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    सीमेंट कंक्रीट रोड पर पेवर ब्लॉक लगाने के मामले में मनपा आयुक्त की मूक सहमति !

     कंगाल मनपा नायाब कारनामा अपने दिए बयान से पलटे आयुक्त !

     रोड बनाने में तीन से चार करोड़ रुपये लगते,वही काम केवल 45 लाख पेवर ब्लॉक से हुआ तो मनपा को फायदा हुआ ऐसी नई खोज किया मनपा आयुक्त ! 

    क्या किसी मंत्री के दबाव के चलते मनपा आयुक्त हुए नतमस्तक ? 

    16 करोड़ के काम रुकाने वाले आयुक्त का बोगस काम के समर्थन के पीछे का क्या है रहस्य ! 

    उल्हासनगर-उल्हासनगर में एक ओर जहां महानगरपालिका की अर्थव्यवस्था बहुत ही कमजोर है, वहीं मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने हेमराज डेयरी रोड पर पेवर ब्लॉक के निर्माण को मंजूरी दी है। इसकी वजह से यदि ठेकेदार के काम पूरा हुआ तो उसके बाद मनपा की तिजोरी पर 45 लाख रुपए का बोझा आनेवाला है । 

     बता दे कि उल्हासनगर कैंप 2 के हेमराज डेयरी क्षेत्र में, नगरसेविका सरोजनी टेकचंदानी के प्रयास में अच्छी तरह से बनाए हुए सीमेंट कंक्रीट सड़क पर पेवर ब्लॉक स्थापित की जा रही है। इस कार्य पर 45 लाख खर्च किए जा रहे हैं। विशेष रूप से, जबकि उच्च न्यायालय ने पेवर ब्लॉक की स्थापना पर ही प्रतिबंध लगा दिया है, इस आदेश का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। उल्हासनगर के मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने शहर के कई विवादास्पद अनुबंधों की जांच शुरू की है और 16 करोड़ रुपये के काम को रोक दिया है। फिर भी कंक्रीट ब्लॉक बनाए हुए सड़कों पर पेवर्स ब्लॉक लगाए जा रहे हैं, जबकि बड़े-बड़े अनुबंधों के बिलों को रोक दिया गया है । जब इस मामले को पिछले हफ्ते मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख के संज्ञान में लाया गया था, तब उन्होंने तत्कालीन उपायुक्त देहेरकर और शहर के इंजीनियर महेश सितलानी से संवाद करके काम रोकने का मौखिक आदेश दिया था। लेकिन उसके बाद ठेकेदार ने काम पूरा कर दिया। जब मामला मनपा आयुक्त के संज्ञान में लाया गया, तो वे अपने दिए बयान से पलटते नजर आए । उमपा आयुक्त देशमुख ने स्पष्टीकरण दिया है कि इस सड़क की कंक्रीट खराब अवस्था में थी। हालांकि, सड़क अच्छी स्थिति में थी। सड़क को फिर से कंक्रीट करने में तीन से चार करोड़ रुपये लगते, लेकिन केवल ४५ लाख रुपये की लागत वाले पेवर ब्लॉक से महानगरपालिका को फायदा हुआ है,ऐसी नई खोज मनपा आयुक्त ने की है। पिछली महानगरपालिका के आयुक्त के आदेश को सुधाकर देशमुख ने किया खारिज 2014 में, तत्कालीन मनपा आयुक्त मनोहर हीरे ने कंक्रीट सड़कों पर पेवर ब्लॉक नहीं लगाने के लिए एक सख्त आदेश जारी किया था। हालांकि, इस आदेश को हाल ही में सेवानिवृत्त आयुक्त अच्युत हांगे ने नकार दिया था, और लगभग 45 लाख रुपये के काम को मंजूरी दी थी। जब काम शुरू हो गया था, तो आयुक्त सुधाकर देशमुख, जो वित्तीय मामलों में सख्त हैं, , जबकि लग रहा था कि वे हांगे की गलती को सुधारेंगे और इंजीनियरों पर कार्रवाई करेंगे लेकिन उन्होंने भ्रष्ट इंजीनियरों के काम को मूक सहमति दे दी है !
  • फर्जी पत्रकार व समाजसेवक के भेष में ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह का खंडनी पथक ने किया पर्दाफाश !

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    फर्जी पत्रकार व समाजसेवक के भेष में ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह का खंडनी पथक ने किया पर्दाफाश ! 

    5 हजार का हप्ता लेते तीन फर्जी पत्रकार व समाजसेवक हुए गिरफ्तार !

     गिरोह का सरगना सूरज अभी है फरार !

     इससे पहले भी फ्राड के कई मामलों में रह चुका है आरोपी ! 

    ठाणे खंडनी पथक की कार्यवाई से समाजसेवकों के रूप ब्लैकमेलिंग का धंधा करने वालो में मचा हडकंप !

     पुलिस की जांच में शहर के कई और ब्लेकमेलरो के चेहरों से उठ सकता है नकाब ?

     उल्हासनगर-उल्हासनगर में होटल ब्यवसाई को ब्लैकमेल करके उनसे हप्ता वसूली करने वाले फर्जी पत्रकार व समाजसेवक का चोला पहन कर ब्लैकमेलिंग करने वाली टोली का पर्दाफाश ठाणे खंडनी पथक के द्वारा किया गया है पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है जबकि टोली का सरगना सूरज मनवानी अभी भी फरार है !
    पुलिस से मिली जानकारी के उल्हासनगर के होटल ब्यवसाई रवि शेट्टी को पिछले कुछ दिनों से एक सक्रिय टोली के जरिये ब्लैकमेल करके पैसे की मांग किया जा रहा था परेशान होकर शेट्टी ने इसकी शिकायत ठाणे खंडनी पथक से उसी शिकायत पर ठाणे खंडनी पथक ने एक जाल बिछाया जब उस गिरोह के तीन लोग शेट्टी से 5 हजार रुपये ले रहे थे तभी ठाणे खंडनी पथक ने तीनों को पैसे लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गिरफ्तार लोगो के नाम तरुण असरानी, जावेद अली सय्यद और सुरजीत बंगाली, है जबकि इस गिरोह का सरगना सूरज मनवानी अभी भी फरार है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है बता दे कि सूरज मनवानी नामक कथित पत्रकार व कथित समाजसेवी महादान कल्याण संस्था के नाम पर लोगो की शिकायत कर उनको बदनाम करने की धमकी देकर धन उगाही का कम करते है इस मामले भी शेट्टी के होटल की शिकायत कर उससे 25 हजार रुपयों का हफ्ता मांगा था जिसके बाद ठाणे जिला खण्डनी विरोधी पथक द्वारा 5000 रुपये हफ्ता लेते हुए 27 अगस्त की देररात रंगेहाथ पकड़े गए। समाजसेवकों भेस में ऐसे और कितने ब्लेकमेलर शहर घूम रहे पुलिस अगर सही तरीके से जांच करेगी तो कई ओर लोगो के चेहरे से नकाब हट सकता है !
  • गणेश उत्सव से पहले सड़क के खड्डे भरने को लेकर शिवसेेना के नेताओ नेे किया आयुक्त से मुलाकात !

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    गणेश उत्सव से पहले सड़क के खड्डे भरने को लेकर शिवसेेना के नेताओ  नेे किया आयुक्त से मुलाकात ! 

    उल्हासनगर प्रशासन की आंखे खोलने के लिए शिवसेना उतरी मैदान में ! 

    गणेश विसर्जन घाटों की अवस्था है दयनीय ! 

     उल्हासनगर-उल्हासनगर में भले ही गणेशोत्सव नजदीक आ रहा हो, लेकिन शहर की हालत खराब है। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल आज मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख से मिला। उल्हासनगर शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर गड्ढों का साम्राज्य फैल गया है। हालांकि, इन गड्ढों ने कई नागरिकों की जान ले ली है, लेकिन मनपा प्रशासन की आँखें अभी तक नहीं खुली हैं। गणेश उत्सव का समय आ रहा है, लेकिन यह दर्शाता है कि प्रशासन कितनी लापरवाह है। गणेश घाट पर और अन्य विसर्जन स्थल पर प्रशासन ने अभी तक विसर्जन की व्यवस्था नहीं की है,
    इसलिए विसर्जन के समय बाधा आ सकती है। मनपा प्रशासन ने यातायात में बाधा पड़ने के कारण कुछ गणेश मंडलों को अनुमति देने से इनकार कर दिया है, लेकिन दूसरी ओर, शिवसेना ने सवाल उठाया है कि मनपा प्रशासन कई वर्षों से अवैध निर्माण, कई सड़कों पर अवैध पार्किंग, सड़कों पर मलबा डालने पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। इस अवसर पर चौधरी और शिवसे वरिष्ठ नगरसेवक धनंजय बोडारे, अरुण आशान, दिलीप गायकवाड़, शेखर यादव, रमेश चव्हाण, सुनील सुर्वे, सुरेश जाधव ,कुलदीप सिंह, उप शहर प्रमुख राजू साहू, शहर अधिकारी बाला श्रीखंडे, ज्ञानेश्वर मरसाले व पप्पू जाधव ने मनपा आयुक्त देशमुख से मिलकर इस संदर्भ में एक लिखित निवेदन दिया है। मनपा आयुक्त ने किया सड़कों का निरीक्षण मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख, उपायुक्त संतोष देहरकर, पूर्व विधायक कुमार आयलानी ने सड़कों का निरीक्षण किया और प्रशासन को तुरंत गड्ढों को ठीक करने का आदेश दिया।
  • उल्हासनगर में गणेश पंडालों को परमिशन के नामपर किया जा रहा है परेशान !

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    उल्हासनगर में गणेश पंडालों को परमिशन के नामपर किया जा रहा है परेशान ! 

    मनपा के द्वारा हुई कुछ गणेश पंडालों पर कार्यवाई से शिवसेना आई हरकत में ! 

    सोमवार को डीसीपी व मनपा आयुक्त से शिवसेना शहर प्रमुख चौधरी करेंगे मुलाकात !

     20 से 25 सालों से मना रहे गणेश उत्सव के पंडालों को भी परमिशन देने में मनपा व ट्रैफिक विभाग के द्वारा आनाकानी ! 

    दूसरे हिन्दू संगठनों की चुप्पी पर भी खड़े हुआ सवाल ? 
     फाईल फोटो

    उल्हासनगर-उल्हासनगर शहर के सभी गणेश पंडालों को परमिशन के नाम पर परेशान का मामला सामने आया है,20 से 25 सालों से लगाये जा रहे गणेश पंडालों को भी परमिशन के नाम पर उठापठक कराया जा रहा है, इन्ही सारी शिकायतों को देखते हुए शिवसेना शहर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी अपने सहयोगियों के साथ मनपा आयुक्त व जोन 4 के डीसीपी से मुलाकात करने वाले है !
    गौरतलब हो कि उल्हासनगर शहर में हर साल की तरह इस साल भी लोग गणेश पंडाल लगाने के लिए ऑनलाइन परमिशन के फार्म भरे है उन लोगो को परमिशन देने के बजाय उन्हें धक्के खिलाया जा रहा है कभी मनपा के विभागों द्वारा तो कभी ट्रेफिक पुलिस विभाग के जरिये कोई भी कारण बताकर परमिशन देने में आनाकानी करते दिखाई दे रहे है,मनपा प्रशासन के द्वारा दो तीन दिनों में कुछ गणेश पंडालों पर कार्यवाई भी किया है,इस बात की जानकारी जब शिवसेना शहर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी को मिला उन्होंने तुरंत ट्रैफिक विभाग की एसीपी से मुलाकात किया और टैफिक विभाग के द्वारा परमिशन में हो रही देरी को लेकर चर्चा किया और आगे ऐसा न हो इसका ध्यान देने की मांग किया है इसी विषय को लेकर चौधरी अपने शिवसैनिकों के साथ सोमवार को मनपा आयुक्त व जोन 4 के डीसीपी से मुलाकात कर गणेश पंडालों के परमिशन हो रही देरी पर बात करेंगे, यदि प्रशासन ने समय पर हमारे गणेश पंडालों की समस्या को दूर नही किया गया तो शिवसेना इस मुद्दे पर आंदोलन करने से भी पीछे नही रहेगी,इस बार जिस तरह से यह मामला देखने में आ रहा है वह कहि न कही जानबूझकर हिन्दू के त्यौहारो को मनाने वाले लोगो परेशान करने की कोशिश तो नही ऐसा सवाल खड़ा होना स्वाभाविक है ! मनपा प्रशासन के द्वारा पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से गणेश पंडालों पर कार्यवाई किया गया उसको देखने बात यह लगता है कि इस परेशानी के पीछे की मानसिकता कही कोई सोची समझी रणनीति का हिस्सा तो नही है, इस विषय पर हिन्दू संगठनों की आगे की भूमिका क्या होगी वह भी देखने वाली बात होगी, वही गणेश पंडाल लगाने वालों बताया कि हम पिछले 20 से 25 सालों गणेश पंडाल लगाकर भगवान गणेश की पूजा करते आ रहे परंतु इस साल परमिशन के नाम पर जिस तरह से परेशान किया जा रहा है वह पहले देखने को नही मिला जब हमारा पंडाल हमेशा वही पर लगता है फिर इस बार उसमें नया क्या है जो परमिशन के नाम पर इतना ड्रामा किया जा रहा है ऐसा सवाल गणेश पंडाल लगाने वालों के द्वारा उठाया जा रहा है, वही इस विषय पर जब शिवसेना शहर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी से बात किया गया तो उन्होंने साफ शब्दों कहा कि पूरे शहर में 12 महीने ट्रेफिक की समस्या रहती है परन्तु जब गणेश पूजा के पंडाल लगाने की बात आती है तब इन्हें कानून की याद आता है,मेरा सवाल है कि जो रोड़ के किनारों पर अतिक्रमण करके कानून को ठेंगा दिखाकर गाड़ी पार्क करके धंधा करते है उन पर ये लोग कार्यवाई क्यो नही करते कही इसके पीछे कोई सेटिंग तो नही है अगर नही है इनपर कार्यवाई क्यो नही करते इनको पूरी ट्रैफिक समस्या गणेश पंडालों के जरिये क्यो दिखाई देता है, नियम और कानून सब पर समान लागू होना चाहिए सोमवार को इस विषय पर डीसीपी व मनपा आयुक्त से मुलाकात करने वाले है उसमें गणेश पंडाल के परमिशन व रोड के खड्डों के विषय पर चर्चा होगी और आगे किसी गणेश पंडाल को परेशानी नही होगी ऐसा आसा करते है,अगर आगे ऐसा फिर हुआ तो शिवसेना उसका अपने स्टाइल में जवाब देगा !
  • अनाथ बच्चों को सही दिशा मिले इस लिए इन बच्चों का जन्मदिन अपने घर पर लाकर साथ में मनाए-सांसद शिंदे

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    अनाथ बच्चों को सही दिशा मिले इस लिए इन बच्चों का जन्मदिन अपने घर पर लाकर साथ में मनाए-सांसद शिंदे 

    10 सालों से उल्हासनगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व मराठी पत्रकार संघ के द्वारा आयोजित की जाती है यह दहीहांडी उत्सव ! 

    बच्चों ने अपने डांस के जरिये कार्यक्रम को लगाया चार चांद ! 

    उल्हासनगर-उल्हासनगर के केंम्प नम्बर 5  तहसीलदार कार्यालय के बगल सरकारी अनाथालय में बड़े ही धूमधाम से मनाई गई दही हंडी का उत्सव उसमें प्रमुख उपस्थिती शिवसेना के सांसद डॉक्टर श्रीकांत शिंदे व शिवसेना के पदाधिकारियों के साथ उपस्थित थे।
      गौरतलब हो कि डॉक्टर शिंदे ने दहीहंडी पर्व पर अपने विचार ब्यक्त करते हुए कहे कि उल्हासनगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व मराठी पत्रकार संघ का विगत 10 वर्ष से अनाथ बच्चों के साथ मिलकर दहीहंडी का उत्सव मनाना करते है यह एक सराहनीय कदम है।इतना ही नही डॉक्टर शिंदे ने शिवसेना के उपस्थित पदाधिकारियों को सलाह दी कि अनाथालय में आकर लोग अपना जन्मदिन मनाते हैं।अब आगे से जिस अनाथ बच्चे का जन्मदिन हैं ।उसे अपने घर पर ले जाकर यदि उसका अपने परिवार के साथ जन्मदिन मनाते हैं तो वह बच्चा अपने आप को अनाथ नही समझेगा। इस पर उल्हासनगर के शिवसेना शहर प्रमुख राजेन्द्र चौधरी ने पहले पहल करते हुए कहा कि जिस भी बच्चे का अभी जन्मदिन आएगा उसका जन्मदिन हम अपने घर ले जाकर मनाएंगे।शिवसेना के उमपा के विरोधी पक्ष नेता धनंजय बोडारे ने भी अपने संबोधन कहा कि अगर इन अनाथ बच्चों को सही संस्कार देना है तो ऐसी पहल के जरिये किया जा सकता है ! इस दहीहंडी उत्सव में डॉक्टर श्रीकांत शिंदे के साथ डॉक्टर बालाजी किनिकर, सुनील चौधरी, धनजंय बोडारे,दिलीप गायकवाड़, अरुण आसान, बाला श्रीखण्डे, प्रभु लहाने,गणेश शिंपी,अजित गवारी, अनाथालय की संचालिका ठाकरे,महिला बालकल्याण समिति की सदस्य श्रीमती ठाकरे उपस्थित रही।इसके अलावा एसएसटी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी अनाथ बच्चों के साथ मिलकर दहीहंडी फोड़ने का आनंद लिये।अंत मे अनाथ बच्चों के साथ स्वादिष्ट भोजन का आनंद उपस्थिति लोगो ने लिया।
  • चार मंजिला इमारत ढहने से अबतक 2 लोगों की मौत, 5 गंभीर रूप से घायल !

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    चार मंजिला इमारत ढहने से अबतक 2 लोगों की मौत, 5 गंभीर रूप से घायल ! 

    10 से ज्यादा लोग फंसे होने की संभावना ! 

    दमकल विभाग व (एनडीआरएफ) के कर्मी मलबे में फंसे लोगों को बचाने में जुटे ! 

    8 साल पहले बनी थी यह अवैध ईमारत ! 

     भिवंडी- भिवंडी में एक चार मंजिला इमारत गिर गई है। भिवंडी में इमारत ढहने की जगह पर बचाव अभियान जारी है। इस हादसे में अबतक 2 लोगों की मौत हो गई है।पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मृतकों की पहचान सिराज अहमद अंसारी (27) और आकिब अंसारी (22) के रूप में हुई है। वहीं घायल होने वाले लोगों में अब्दुल अजीज सैयद मुलानी (55), जावेद सलीम शेख (34), नरेंद्र बावने (35), देवीदास वाघ (34) और सूफियान अब्दुल हसन (23) शामिल हैं।

    इन सभी घायलों को भिवंडी के इंदिरा गांधी मेमोरियल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया हैं, शनिवार की सुबह भिवंडी में एक इमारत ढहने की घटना सामने आई। भिवंडी-निजामपुर नगर निगम के आयुक्त अशोक रांखम के मुताबिक यह इमारत जीर्ण-शीर्ण अवस्था में थी और जब यह हादसा हुआ तब इसे खाली किया जा रहा था। भिवंडी-निजामपुर नगर निगम के आयुक्त ने आगे कहा, 'लोगों ने हमें सूचित किया था कि इमारत गिर सकती है। मैं अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचा और इमारत को खाली करने के लिए कहा। लोगों ने इमारत को खाली कर दिया, लेकिन तब कुछ लोग अपना सामान लेने के लिए अंदर गए। इस बीच, इमारत गिर गई। यह 8 साल पुरानी इमारत है और ये अवैध रूप से बनाई गई थी। इसकी जांच की जाएगी। आपदा प्रबंधन अधिकारी संतोष कदम ने बताया कि दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मी मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए एक अभियान चला रहे थे। मलबे में अभी भी 10 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है।
  • आवारा कुतिया के साथ बलात्कार करने वाले नराधम को पुलिस ने किया गिरफ्तार !

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    आवारा कुतिया के साथ बलात्कार करने वाले नराधम को पुलिस ने किया गिरफ्तार ! 

     एनिमल एक्टिविस्‍ट विजय रंगारे ने रेप के आरोपी व्‍यक्ति के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर ! 

    आरोपी व्‍यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत दर्ज हुआ मामला ! 

     इस मामले 10 साल की हो सकती है सजा ! 
     फाईल फोटो 

    नवी मुंबई- नवी मुंबई इलाके में एक व्‍यक्ति को आवारा कुतिया के साथ रेप के आरोप में अरेस्‍ट किया गया है। वन्‍यजीवों के लिए काम करने वाली संस्‍था 'पीटा' के सहयोग से एनिमल एक्टिविस्‍ट विजय रंगारे ने रेप के आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पीटा ने आरोप लगाया कि आरोपी व्‍यक्ति पहले भी कई जानवरों के साथ इस तरह की हरकत कर चुका है।बताया जा रहा है कि आरोपी ने खारगर इलाके में रेप की घटना को अंजाम दिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत मामला दर्ज किया गया है। धारा 377 के मुताबिक एक पशु के साथ इंसान का रेप करना अपराध है और इसके लिए दोषी व्‍यक्ति को 10 साल तक की सजा हो सकती है।
    गौरतलब हो कि इस विषय पर मनोचिकित्सको का मानना है कि पशुओं के साथ रेप की घटना को अंजाम देने वाला मानसिक रूप से काफी डिस्‍टर्ब होता है। बता दें कि स्‍वतंत्रता दिवस के दिन कुतिया के साथ रेप का विडियो वायरल हो गया था। इसके बाद एनिमल एक्टिविस्‍ट विजय रंगारे ने आरोपी व्‍यक्ति की तलाश की और उसे पुलिस के हाथों अरेस्‍ट कराया। रंगारे ने कुतिया की भी तलाश की और उसका मेडिकल परीक्षण कराया। बताया जा रहा है कि अगर मेडिकल रिपोर्ट में रेप का आरोप साबित हो जाता है तो आरोपी व्‍यक्ति को 10 साल तक की सजा हो सकती है। वायरल विडियो में नजर आ रहा है कि आरोपी व्‍यक्ति कुतिया के मुंह में अपना प्राइवेट पार्ट डाल देता है। वह कुतिया की पिटाई भी करता है।
  • मनपा के टैक्स विभाग मचा अफरातफरी !

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    मनपा के टैक्स विभाग मचा अफरातफरी ! 

    पद मुक्त किए गए भदाने ने किया था मनपा को साढ़े तीन करोड़ का फायदा ! 

    क्या ऐसे कर्तब्य निष्ठ अधिकारी को मनपा आयुक्त वापस देगे पदभार ? 

    उल्हासनगर-उल्हासनगर मनपा के अपने कामो के चलते विवादों में रहने वाले अधिकारी युवराज भदाने, स्थानीय निकाय कर विभाग के प्रभारी के रूप में, आठ व्यापारियों के कर का पुनर्निधारण किया है और मनपा की तिजोरी में 3 करोड़ रुपये जमा किए हैं। इसलिए, यह सवाल उठ रहा है कि क्या मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख भदाने को पुनः काम पर लेने का फैसला लेंगे या नहीं ।
    बता दे कि २०१२ में, महाराष्ट्र सरकार द्वारा महानगरपालिकाओं में स्थानीय कर लागू किया गया था। यह टैक्स २०१५ तक शुरू था। इस अवधि के दौरान,१५,००० व्यापारियों ने स्थानीय संगठन कर में रजिस्ट्रेशन दर्ज किया था। २०१५ में कर बंद करने के बाद, इन व्यापारियों को कर का अंतिम विवरण प्रस्तुत करना आवश्यक था। लेकिन उन्होंने नहीं किया। परिणामस्वरूप, मनपा ने सेवानिवृत्त बिक्री कर अधिकारियों को नियुक्त किया था। ५ कर अधिकारियों में से ३ अधिकारियों ने काम छोड़ दिया था। इन अधिकारियों ने पहले ही ९७० व्यापारियों के अंतिम कर का निर्धारण किया था। इसके कारण, अभी भी १४०५० व्यापारियों की कर निर्धारण बकाया है। अंतिम कर निर्धारण नहीं करने वाले छह व्यापारियों को नोटिस जारी करने के बाद, पिछले मार्च में, मनपा आयुक्त अच्युत हांगे ने स्थानीय आयकर विभाग के उपायुक्त पद पर युवराज भदाने को नियुक्त करने के बाद १४०५० व्यापारियों को कर निर्धारण के लिए नोटिस भेजा था। तत्कालीन उप आयुक्त जमीर लैंगरेकर, विनायक फासे और सेवानिवृत्त कर अधिकारी विसपुते ने १,००० व्यापारियों के कर का अंतिम मूल्यांकन किया था और महानगरपालिका के तिजोरी में २ करोड़ ७९ लाख रुपए भरे थे और पांच व्यापारियों को ९० लाख रुपए का रिफंड देने का आदेश दिया था। ब्याज के साथ रिफंड १० करोड़ १० लाख रुपए तक चला गया। इसलिए, महानगरपालिका में प्रत्यक्ष रूप से १ करोड़ ६९ लाख रुपए की राशि जमा की गई थी। भदाने को इसमें कुछ गोलमाल लगा, जिसके लिए उन्होंने कुछ व्यापारियों के अंतिम कर निर्धारण को फिर से शुरू किया। इस प्रक्रिया में, उन्होंने उन्हें भुगतान की जाने वाली ९० लाख रुपए की धनराशि को रद्द कर दिया, और गजानन मार्केट के दुबई दुपट्टा और शगुन इन दो खाताधारकों से ४७ लाख रुपए और एक व्यापारी, कुमार टेक्सटाइल से १५ लाख रुपए वसूल किए। परमानंद आहूजा, जो कि पीजी टेक्सटाइल के व्यापारी हैं, उनसे अभी तक १ करोड़ ३९ लाख रुपए मिलने हैं। चूंकि आहूजा नगरपालिका में इस राशि का भुगतान करने के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए भदाने ने आहूजा के बैंक खातों को सील कर दिया है। इस कार्रवाई के कारण नगरपालिका को ३ करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त सुधाकर देशमुख, जिन्हें मनपा के अधिकारियों ने ४० महीने में १करोड़ ६९लाख रुपए काम के दिया है वहीं जिस भदाने को पदमुक्त किया गया, उसी भदाने ने पिछले चार महीनों में ३ करोड़ 19 लाख रुपए का लाभ मनपा को दिया,ऐसा लगता है आयुक्त ने भदाने को इसका इनाम पदमुक्त करके दिया है। भदाने ने तत्कालीन कमिश्नर अच्युत हांगे से इस तथ्य की जांच करने की मांग की थी कि बाकी व्यापारियों के अंतिम निर्धारण में कुछ गोलमाल है और तत्कालीन अधिकारियों ने मामले में बहुत भ्रष्टाचार किया था। यह सब नए आयुक्त के संज्ञान में आने से पहले ही, यह प्रतीत होता है कि व्यापारियों के समर्थकों ने और भ्रष्टाचार में लिप्त व्यापारियों ने भदाने को पदमुक्त करने के लिए मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख पर दबाव डाला है। सभी का ध्यान इस पर लगा है कि क्या १६ करोड़ रुपए के विकास कार्यों को रद्द करने वाले मनपा आयुक्त देशमुख फिर से युवराज भदाने को पदभार दे रहे हैं क्या ?
  • मनपा पीडब्ल्यूडी विभाग का नायाब कारनामा, अच्छे सीमेंट रोड़ पर लगवा रहे है पेवर ब्लॉक !

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    मनपा पीडब्ल्यूडी विभाग का नायाब कारनामा, अच्छे सीमेंट रोड़ पर लगवा रहे है पेवर ब्लॉक !

    10 लाख के काम को 45 लाख रुपये से पेवर ब्लॉक लगाने दिया गया है ठेका !

    मनपा अधिकारी व ठेकेदार और स्थानीय नगरसेवक की मिलीभगत हो रहा झोलझाल !

    मनपा आयुक्त ने दिया काम रोकने का आदेश,जांच करके पेवर ब्लॉक के काम को रद्द करने का दिया संकेत !

    जिस मनपा के पास दूसरे नगरसेवकों के गटर के ठक्कन व शौचालयो के टूटे दरवाजे के लिए नही है पैसे !

    वही मनपा अच्छे खासे सीमेंट रोड पर पेवर ब्लॉक लगाने के नाम लुटा रही है 45 लाख !

    उल्हासनगर- उल्हासनगर दो नम्बर परिसर में हेमराज डेरी के सामने की अच्छा खासा सीमेंट रोड़ पर पेवर ब्लॉक लगाने का नायाब कारनामा मनपा के पीडब्ल्यूडी व ठेकेदार के द्वारा किए जाने का मामला सामने आया है, वही यह विषय की जानकारी जैसे मनपा आयुक्त सुधाकर शिंदे को मिला तो उन्होंने काम रोकने का आदेश दिया है और जांच कर उचित कार्यवाही करने को कहा है ! जहाँ पर 10 लाख में काम हो जाता उसी काम को करने के लिए 45 लाख का किया जा रहा है इसका मतलब इ का में बड़ा घोटाला होने का भी अंदेशा है ऐसा आरोप आम जनता के द्वारा किया जा रहा है !
     बता दे कि उल्हासनगर - 2  में हेमराज डेरी परिसर में नगरसेविका सरोजिनी टेकचंदानी इनके प्रभाग में एक अच्छा सीमेंट रोड पर पेवर ब्लॉक लगाने का काम किया जा रहा है, इस काम को करने के लिए 45 लाख की मनपा के जनरल निधी से खर्च किया जा रहा है . विशेष तौर पर देखा जाय तो उच्च न्यायालय ने पेवर ब्लॉक को रोड़ पर लगाने पर बंद किया है वही नही तो उमपा के पूर्व आयुक्त मनोहर हीरे ने रोड पर पेवर ब्लॉक का काम नही करने का आदेश निकाला था उसके बाद इन आदेशों की धज्जियां उठाते हुए यह काम किया जा रहा है .एक ओर जहां मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख के द्वारा शहर के कई विवादित कामो की जांच किया जा रहा है, यही नही 16 करोड़ के काम को भी रद्द किया है ऐसे में सारे नियमो को ताख पर रखकर मनपा के पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा टेंडर के जरिये 15 लाख के तीन काम कुल 45 लाख के पेवर ब्लॉक सीमेंट रोड पर किया जा रहा है, इसके पीछे की क्या मंसा यह समझना कोई मुश्किल बात नही है जो काम 10 लाख में हो सकता 45 लाख रुपये खर्च किया जा रहा है,मतलब मनपा पीडब्ल्यूडी व ठेकेदार और स्थानीय नगरसेवक मिलकर इस घोटाले को अंजाम दे रहे है,मंगलवार की महासभा में सत्ताधारी व विरोधी पक्ष समेत सभी नगरसेवक अपने वार्ड के काम नही होने के चलते जमीन पर बैठक विरोध किया कुछ नगरसेवकों ने शौचालय के दरवाजे की मरम्मत व गटर के ठक्कन तक के काम करने की निधी नही मिल रहा है वही दूसरी तरफ अच्छे खासे रोड़ पर पेवर ब्लॉक लगाकर क्या दिखाने की कोशिश किया जा रहा है क्या मनपा प्रशासन भी नगरसेवकों में भेदभाव कर रही क्या ऐसा सवाल खड़ा हो रहा है,10 लाख में होने वाले काम पर 45 लाख खर्च करने का नायाब कारनामा करने वाले लोगो पर मनपा आयुक्त क्या कार्यवाई करते है वह देखने वाली होगी ! वही जब इस विषय पर स्थानिक नगरसेविका सरोजिनी टेकचंदानी से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि रोड खराब था इसके लिए हम बार बार मनपा प्रशासन व पीडब्ल्यूडी से पत्र लिखकर काम करने की मांग किया उसी का नतीजा है कि यह काम पास हुआ है .अगर किसी को हमारे इस काम से दिक्कत है तो मनपा में अपनी शिकायत दे अगर मनपा प्रशासन के अधिकारी यह काम का बंद करेगे, अगर वो काम बंद किया तो हम इसके लिए कोर्ट जाने की भी तैयारी है अगर गलत काम है तो मनपा आयुक्त पहले पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर कार्यवाई करे फिर काम बंद करे , वही जब मनपा के पीडब्ल्यूडी के उप अभियंता संदीप जाधव से बात किया गया तो उनका कहना था कि रोड खराब था पानी की पाइप लाइन के लिए रोड खोदा गया था जिससे रोड ज्यादा खराब थी और यह मार्केट का रोड़ है तो इस लिए पेवर ब्लाक लगाने का निर्णय लिया गया ताकि काम जल्दी हो और ब्यापारियों को कोई तकलीफ़ नही हो,इसके बाद मनपा उपायुक्त मुख्यालय संतोष देहरकर से इस मामले पे बात किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर पेवर ब्लॉक का काम सीमेंट रोड पर किया जा रहा है यह तो गलत है,और काम की जानकारी लेकर काम तुरंत रोकने का आदेश देता हूं, इसके बाद मनपा आयुक्त सुधाकर देेेशमुुुख से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि काम रोकने का आदेश दिया गया है और इस काम की जांच करके कार्यवाई करने की बात आयुक्त ने कही है, इसके बाद कल देखना होगा कि काम चालू रहता है या बंद ! बहरहाल इस काम में बड़ा घोटाला भी हुआ है किसने किया किसकी मिली भगत से यह काम पास हुआ वह टी जांच में सामने आएगा ऐसे यह सवाल उठता जब मनपा प्रशासन के पास गटर के ठक्कन व शौचालय के टूटे हुए दरवाजे बनाने के लिए पैसे नही है तो फिर 45 लाख रुपये अच्छे खासे सीमेंट रोड पर खर्च करके क्या दिखाना चाहती मनपा प्रशासन ? 

      

  • ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ हुआ मारपीट, तीन युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार !

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    ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ हुआ मारपीट, तीन युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार !

    नाबालिग लड़कों को मोटरसाइकल चलाते देखकर हवादार ने रुकाया !

    हवलदार को पकड़ लिया और फिर किया धक्का-मुक्की व गाली-गलौज कर यूनिफॉर्म फाड़ दिया !

     ठाणे-ठाणे के मुंब्रा यातायात पुलिस चौकी में तैनात कॉन्स्टेबल अंगद मुंडे ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि वरिष्ठ निरीक्षक लंबाते के साथ वह ड्यूटी पर तैनात थे। जब वे मुंब्रा के तनवीर नगर से गुजर रहे थे, तो उन्होंने कई नाबालिग लड़कों को मोटरसाइकल चलाते देखा। जब उनको रोका तो वो लोग ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट किया है। ट्रैफिक पुलिस की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस ने तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, यातायात पुलिस ने मोटरसाइकल चलाने वाले कुछ लड़कों को पकड़ा था, जो नाबालिग थे। इसी बात को लेकर यह घटना हुई। यातायात पुलिस चौकी के बाहर जमा युवकों ने एक कॉन्स्टेबल को पकड़ लिया और उसके साथ धक्का-मुक्की व गाली-गलौज कर यूनिफॉर्म फाड़ दी। घटना के लिए जिम्मेदार तीन युवकों को मुंब्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि एक अब भी फरार है। आरोपी अफनान कुरैशी, फैजान शेख, शमसुद्दीन बांगी तथा तमसील कुरैशी के खिलाफ आईपीसी 332, 504, 34, 353 तथा 427 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुंब्रा यातायात पुलिस चौकी में तैनात कॉन्स्टेबल अंगद मुंडे ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि वरिष्ठ निरीक्षक लंबाते के साथ वह ड्यूटी पर तैनात थे। जब वे मुंब्रा के तनवीर नगर से गुजर रहे थे, तो उन्होंने कई नाबालिग लड़कों को मोटरसाइकल चलाते देखा। वरिष्ठ निरीक्षक लंबाते के आदेश पर टोइंग वैन मंगाकर 7 मोटरसाइकल को पकड़ा। सभी को लाइसेंस और गाड़ी के कागजात सहित पुलिस चौकी पर आने को कहा। पुलिसकर्मी जब तक पुलिस चौकी पर पहुंचते, उससे पहले ही युवकों का हुजूम चौकी के बाहर पहुंच गया। पुलिसकर्मियों ने जब उनसे लाइसेंस और गाड़ी के कागज की मांगे, तो युवकों ने बिना कुछ दिखाए बाइक छोड़ने की जिद की। पुलिसकर्मियों ने जब बाइक देने से मना किया, तो युवकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच, कुछ युवकों ने ड्यूटी पर तैनात कॉन्स्टेबल अंगद मुंडे को पकड़ लिया और उसके साथ धक्का-मुक्की व गाली-गलौज की। हंगामा बढ़ता देख मुंब्रा पुलिस को घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ लिया।
  • उमपा की महासभा में दिखा नगरसेवकों की गैर जिम्मेदाराना रवैया ! महापौर ने ली सभी की क्लास !

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    उमपा की महासभा में दिखा नगरसेवकों की गैर जिम्मेदाराना रवैया ! 

     महापौर पंचम कलानी ने ली नगरसेवकों की क्लास ! 

    शिवसेना व भाजपा नगरसेवकों के बीच हुआ शाब्दिक संग्राम ! 

    शहरवासियों की मूलभूत समस्याओं की बहस के दरम्यान आपस में गप्पा मारते दिखे कुछ नगरसेवक ! 

    माझ्या बोलण्याकडे आयुक्त लक्ष देत नाहीत" मी काय शूद्र आहे काय " -शिवसेना नगरसेविका जाधव

    उल्हासनगर -उल्हासनगर की मंगलवार की महासभा सुरू होते हुए भी कुछ नगरसेवक यह आपस में एक जगह खड़े होकर चर्चा करते दिखे तो कुछ नगरसेवक महापौर की बिना अनुमति के ही बोलने लगे यही नही जिस विषय पर चर्चा हो रही उस विषय से हटकर बोलने वाले ऐसे नगरसेवको को कई बार महापौर पंचम कलानी इन्होंने रोकने का प्रयास भी किया निवेदन किया परन्तु जब इसके बावजूद भी जब इनकी बाते बंद नही हुआ तो महापौर इन सब की अच्छे से क्लास लेते हुए फटकार लगाकर महासभा की मर्यादा ख्याल रखने की नसीहत दी !
    बता दे कि मनपा महासभ में कुछ नगरसेवको के द्वारा गैरजिम्मेदाराना हरकतें देखने को मिला मंगलवार की महासभा में उल्हासनगर शहर में बेघर हुए लोगो के पुनर्वसन को लेकर इस विषय पर गंभीर मुद्दे पर चर्चा सुरू थी तभी कुछ नगरसेवक महापौर के सामने ही खड़े होकर बिना वजह की दूसरे किसी विषय पर आपस में चर्चा शुरू कर दी थी .   यह पूरा गैरजिम्मेदाराना रवैया सुरू होते देख कर भी उसे नजरअंदाज करते हुए शिवसेना नगरसेविका ज्योतस्ना जाधव इन्होंने शहर के शौचालयो की हो रही दुर्दशा की तरफ प्रशासन का ध्यान देने की बात कर रही थी इतने गभीर विषय के वावजूद जब उनकी बात को नजरअंदाज किया तो उन्होंने उपायुक्त संतोष देहरकर और उपमहापौर जीवन ईदनानी की हो रही चर्चा पर अपना ध्यान केंद्रीत करने के लिए यह आरोप करते हुए कहा कि "माझ्या बोलण्याकडे आयुक्त लक्ष देत नाहीत" मी काय शूद्र आहे काय " ऐसा वादग्रस्त शब्द का उच्चारण किया . दूसरी तरफ भाजप नगरसेवक जमनू पुरुसवानी यह महासभा बोल रहे तभी शिवसेना मनोनीत नगरसेवक सुरेंद्र सावंत इन्होंने बीच रुकाते हुए उनसे अरे तरे की भाषा जैसे शब्दों का उल्लेख किया जिसके बाद शिवसेना और भाजपा नगरसेवको में शाब्दिक वादविवाद हुआ .इसके चलते महासभा में तनावपूर्ण माहौल भी देखने को मिला .       भाजप नगरसेवक प्रदीप रामचंदानी ने कहा कि मनपा प्रशासन किसी प्रकार का काम करने नही दे रही है जिसकी वजह से हम लोगो को जनता के सामने जाकर अपना मुंह दिखाने में शर्म आता है इससे अच्छा होगा कि हम सारे नगरसेवक अपना राजीनामा देदे ऐसी धमकी दी जिस पर भाजपा के नगरसेवक डॉ प्रकाश नाथानी इन्होने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि हम क्यू राजीनामा दे ऐसा प्रश्न रामचंदानी से किया . जिसके चलते भाजपा के नगरसेवक आपस में भिड़ते नजर आए.  इन सारे मामले को देखते हुए महापौर पंचम कलानी इन्होंने पहले सभी नगरसेवको से विनती किया और फिर सभी नगरसेवको महासभा की मानमर्यादा खयाल रखने की हिदायत दिया , और गैरजिम्मेदाराना रवैया आगे से बर्दास्त नही किया जाएगा ऐसे बोलते हुए सबकी क्लास भी ली !
  • उमपा के शिक्षण विभाग में हुए घोटालो का हुआ भंडाफोड़ ?

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    उमपा के शिक्षण विभाग में हुए घोटालो का हुआ भंडाफोड़ ? 

    मनपा आयुक्त ने दिए दिए शिक्षण मंडल के सभी कामो के जांच के आदेश !

     मनविसे के अध्यक्ष शेलार की शिकायत पर जागा मनपा प्रशासन ! 

    प्रशासन के द्वारा जो पद ही नही है ऐसे मनमुताबिक नए पद बनाकर देने का भी लगा है आरोप ! 

    उल्हासनगर -उल्हासनगर मनपा शिक्षा विभाग पिछले कुछ वर्षों से विवादों के घेरे में आ गया है। मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने शिक्षा विभाग द्वारा किए गए काम की जांच शुरू कर दी है और शिक्षा विभाग द्वारा महत्वपूर्ण अनुबंधों को अब वापस ले लिया है।
    बता दे कि उल्हासनगर मनपा में 28 स्कूल हैं, जिनमें मराठी, सिंधी, हिंदी और गुजराती स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों को दी जाने वाली शैक्षिक सामग्री, वर्दी, रेनकोट, चिक्की और स्कूल पोषण के अनुबंध हमेशा विवाद के घेरे में पाए गए हैं। इसके अलावा, महिला डिप्टी क्लर्क को उपलेखाधिकारी का पद दिया जाता है, यह पद भी विवादों के घेरे में पाया गया है। मामले की अब जांच चल रही है। महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना के उल्हासनगर शहर के अध्यक्ष मनोज शेलार ने शिक्षा विभाग की अनियमितताओं के खिलाफ राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े और विपक्षी नेता धनंजय मुंडे से मुलाकात की थी और शिक्षा बोर्ड के भ्रष्टाचार की जांच की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि उल्हासनगर मनपा स्कूलों में, बच्चों के बैंक खाते को जानबूझकर नहीं खोला गया है और छात्रों की अधिक संख्या बताकर स्कूल साहित्य, यूनिफॉर्म व पौष्टिक भोजन आदि में भ्रष्टाचार हो रहा है और वरिष्ठता को धता बताकर उप लेखाधिकारी का पद दिया जा रहा है। इस मामले में मनपा शिक्षा अधिकारी बीएच मोहिते से पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि मनपा के स्कूली छात्रों का पंजीकरण ऑनलाइन किया गया है, कई छात्र गरीब हैं और उनके माता-पिता के पास बैंक के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं, इसलिए छात्रों के बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया अभी भी जारी है। उप लेखाधिकारी के पद के लिए पूछताछ चल रही है, और मैं आगे टिप्पणी नहीं कर सकता। मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने अब शिक्षा विभाग की जांच शुरू कर दी है और स्कूल की मरम्मत और विकास की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग से हटा दी गई है,इस मुद्दे पर और सख्त कार्रवाई किए जाने की संभावना है।
  • उल्हासनगर का नाम सिंधूनगर नामकरण का प्रस्ताव हुआ वापस !

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    उल्हासनगर का नाम सिंधूनगर नामकरण का प्रस्ताव हुआ वापस ! 

    शोसल साइड पर व मनसे की आक्रमक भूमिका देखते हुए लिया गया यह कदम !

     कल की महासभा में गूँजेगा रेन कोट घोटाला !

     उल्हासनगर-उल्हासनगर मनपा 20 अगस्त को होने वाले महासभा में उल्हासनगर का नाम सिंधूनगर करने के प्रस्ताव को आखिर पीछे ले लिया गया है. इस प्रस्ताव से शहर का वातावरण बिगड़ने की आशंका जताई जा रही थी, मनसे, शिवसेना सहित अनेक राजनैतिक पक्ष और सामाजिक संघटनो ने सिंधूनगर के नाम का विरोध किया था.
    उल्हासनगर साई पक्ष की नगरसेविका और पूर्व स्थायी समिती सभापती कांचन लुंड ने आज होनेवाले महासभा में उल्हासनगर का नाम सिंधूनगर करने का प्रस्ताव लाया था. इस प्रस्ताव पर मीना आयलानी, भाजप नगरसेवक राजा वानखेडे , राजू जग्यासी, प्रदीप रामचंदानी, रिपाई नगरसेवक भगवान भालेराव ने अनुमोदन किया था इस प्रस्ताव के कारण शहर में सामाजिक संगठनों व कई पार्टियों ने काफी तीव्र प्रतिक्रिय कर विरोध जताया था. ऐसे मुद्दे उठाकर शहर में दो समुदाय के बीच वातवारण खराब किये जाने की बात कई लोगो ने व्यक्त की थी। मनसे ने इस पर आक्रमक भूमिका लेते हुए चेतवानी दी थी कि किसी भी परिस्थिति में उल्हासनगर का नाम सिंधूनगर नही किये जाने जवाब देने की तैयारी में थी इस सिंधुनगर नाम किये जाने पर कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो उसके जिम्मेदार प्रस्ताव लाने वाले होंगे. शिवसेना व अन्य राजकीय पार्टियों सहित अनेक सामाजिक संघटनो ने सिंधूनगर नाम का विरोध करते हुए कहा कि नामकरण से पहले शहर का विकाश करना जरूरी है इस प्रस्ताव का अनुमोदन करने वाले रिपाई नगरसेवक भगवान भालेराव बात सिंधुनगर के प्रस्ताव को अपना समर्थन देने की बात से इनकार करते हुए कहा कि मैने कोई समर्थन नही दिया है. सिंधूनगर के प्रस्ताव को कचन लुंड ने पत्र देकर वापस ले लिया है. जिसका पत्र सचिव कार्यालय में दिया गया है.इस पत्र में नाम प्रस्ताव वापस लेने का कोई उचित कारण नही लिखा गया है. नगरसेविका कांचन लुंड ने सिंधूनगर नाम के प्रस्ताव ने आज के सर्वसाधारण सभा मे विषय आया है पर शहर में आयेदिन धोखादायक इमारतो के कारण बेघर हो रहे नागरिको को लेकर पहले उस पर कोई ठोष योजना लाना जरूरी है.
  • वासना की भूख मिटाने के चक्कर में एक महिला ने 40 दिनों तक नाबालिग बच्चे का किया यौनशोषण !

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    फिल्म ऐतराज जैसी रियल घटना, वासना की भूख मिटाने के चक्कर में एक महिला ने 40 दिनों तक नाबालिग बच्चे का किया यौनशोषण !

    16 वर्षीय नाबालिग बच्चे के साथ बार बार बलात्कार जैसा घिनौना काम किया !

    अलग-अलग शहरों में ले जाकर इस कृत्य को दिया अंजाम !

    वहसी महिला को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कोर्ट ने 21 अगस्त तक पुलिस रिमांड भेजा !

    मुंबई-मुंबई से एक चौकाने वाला नायाब मामला सामने आया है जहाँ अब तक आपने पुरुष द्वारा महिलाओं के बलात्कार और यौन शोषण के कई किस्से सुने होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई महिला बलात्कार और यौन शोषण जैसा घिनौना काम कर सकती है. जी हां, ये बिलकुल सच है और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के कुर्ला स्थित नेहरू नगर इलाके में रहने वाली एक महिला ने 16 वर्षीय नाबालिग बच्चे के साथ एक दो बार नहीं बल्कि कई बार बलात्कार जैसा घिनौना काम किया.
    बताया जा रहा है कि महिला ने नाबालिग के साथ अलग-अलग शहरों में ले जाकर इस कृत्य को अंजाम दिया.दरसअल, पीड़ित और आरोपी महिला दोनों ही नेहरू नगर के एक ही इलाके में रहते हैं. 38 वर्षीय महिला बच्चे को पिकनिक के बहाने बहला-फुसला कर ले गई. फिर उसे पहले दिल्ली, वडोदरा और नवसारी ले गई. जिसके बाद लड़के के पिता ने 2 जुलाई को नेहरू नगर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. बच्चे के नाबालिग होने के कारण पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज की.
    वहीं, दूसरी तरफ महिला के पति ने भी गुमशुदगी की रिपोर्ट नेहरू नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई. दोनों परिवार एक ही इलाके में रहते है इसलिए पुलिस को शक हुआ. पुलिस को लगा कि लड़का उसी महिला के साथ होगा. पुलिस ने इस एंगल पर भी अपनी जांच शुरू कर दी.
    वहीं, पीड़ित की मानें तो महिला 7000 हजार रुपये की नौकरी करती थी और अपने सारे जेवरात पहले ही बेच चुकी थी. उसके बाद पहले दिल्ली ले गई लेकिन वहां कोई घर नहीं मिला. उसके बाद वडोदरा लेकर गई लेकिन, वहां पर भी घर नहीं मिला. उसके बाद नवसारी लेकर गई और 40 दिन साथ रही. इन 40 दिनों में महिला रोजाना नाबालिग का यौन शोषण करती थी. नवसारी पहुंचने के बाद चार दिनों तक पीड़ित को भूखा भी रखा गया था. इसके चलते पीड़ित काफी परेशान हो गया था. इस दौरान लड़का बार-बार अपने घर जाने की जिद कर रहा था, जिससे परेशान होकर चालीस दिनों बाद महिला पीड़ित बच्चे को वापस मुंबई लेकर आ गई.
    मुंबई आते ही पीड़ित ने सारी आपबीती अपने परिवार को बताई. इसके बाद परिवार ने बिना समय गंवाए पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी. पुलिस ने 38 वर्षीय महिला को पॉक्सो और यौन शोषण की धारा में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल आरोपी महिला को 21 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है और आगे की जांच चल रही है.

  • उल्हासनगर में रोड़ के खूनी खड्डों ने एक बच्चे की ली बलि,दो लोग है गभीर जख्मी !

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    रोड़ के खूनी खड्डों ने एक बच्चे की ली बलि,दो लोग है गभीर जख्मी ! 

    इससे पहले भी खूनी खड्डे का शिकार हुआ था युवक उसकी भी हुई थी मौत ! 

    मनपा के खड्डे भरने का काम शुरू होने के बावजूद हो रही दुर्घटनाए !
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     उल्हासनगर-उल्हासनगर में शुक्रवार शाम को उल्हासनगर कॅम्प- नंबर तीन स्थित शांतीनगर स्मशानभूमि के सामने एक विचित्र दुर्घटना घटित हुई है। इस दुर्घटना में दो वर्ष के बच्चे की मृत्यु हो गई है व दो युवक घायल हुए हैं।
    बता दे कि शुक्रवार की शाम उल्हासनगर कॅम्प- नंबर तीन स्थित शांतीनगर स्मशानभूमि के सामने एक खडी भरे हुए डंपर के जाते समय रास्ते के खड्डे में डंपर का चक्का जोरदार झटका लगने से टायर फुट गया और चक्के की लोहे की रिंग बगल से जा रहे मोटारसाइकल पर जोर से टकरा गई, जिससे मोटरसाइकिल पर दो युवक और एक बच्चा बैठा था, लोहे की रिंग बच्चे को जोर से लगने से बच्चे ने वहीं दम तोड़ दिया, दोनों युवक भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं ।मृतक बच्चे का नाम हबीब मुल्ला चौधरी है और दोनों युवकों का नाम अर्जुन पाल और शहाबुलहा चौधरी हैं।ये दोनों गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें नजदीक के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उल्हासनगर शहर के रास्तों पर जगह-जगह हुए गड्ढों के कारण यहां के नागरिक त्रस्त हैं।इन गड्ढों ने शहर में दूसरी बलि ली है ।अब मनपा प्रशासन इसका संज्ञान लेगी क्या ?,ऐसा प्रश्न नागरिकों ने उपस्थित किया है।
  • कल्याण- मुरबाड राष्ट्रीय राजमार्ग का नाम स्वर्गीय बी के बिड़ला देने का टीओके कार्यकारी अध्यक्ष ने किया मांग !

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    कल्याण- मुरबाड राष्ट्रीय राजमार्ग का नाम स्वर्गीय बी के बिड़ला देने का टीओके कार्यकारी अध्यक्ष ने किया मांग ! 

    20 अगस्त की महासभा में यह विषय को पत्र देकर पास करने की किया है मांग ! 

    महासभा में क्या फैसला होता है सबकी नजरें उसपर टिकी हुई है !


     उल्हासनगर-उल्हासनगर शहर से गुजरने वाले कल्याण मुरबाड रोड़ गुजरता है उस रोड़ को शहद से म्हारल नाका तक के रोड़ का नाम विश्व प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवक बी के बीडला जिनका हाल ही में स्वर्गवास हो गया है उनका नाम देने का प्रस्ताव आने वाली आगामी 20 अगस्त की महासभा में पास करने की मांग टीओके पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष व मनपा परिवहन सभापति संतोष पांडेय के द्वारा किया गया है, 
    बता दे कि कल्याण मुरबाड रोड़ जो कि शहद इलाके से जब गुजरता है तो वही पर प्रसिद्ध बिरला मंदिर व सेंचुरी कंपनी पड़ता है, जिसके चलते शहर के आसपास के लोगो को रोजगार मिला हुआ और उनके परिवार का भरण पोषण होता है,यही नही कंपनी के जरिये मनपा को भी बड़े पैमाने पर टैक्स मिलता है,ऐसे में कल्याण मुरबाड 222 इस राष्ट्रीय राजमार्ग का शहद से म्हारल नाका तक के रोड़ का नाम विश्व प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवक बी के बिरला जिनका हाल ही में स्वर्गवास हो गया है उनका नाम देने का प्रस्ताव पत्र देकर मांग परिवहन सभापति व टीओके कार्यकारी अध्यक्ष संतोष पांडेय के द्वारा किया गया है, आने वाली 20 अगस्त की महासभा क्या निर्णय लेता है देखने वाली बात है,संतोष पांडेय की मांग पर महासभा में क्या होता है वह भी देखना है !
  • भाजपा के पूर्व विधायक व जिल्हा अध्यक्ष आयलानी को तीन हजार से ज्यादा बहनो ने बांधी राखी !

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    भाजपा के पूर्व विधायक व जिल्हा अध्यक्ष आयलानी को तीन हजार से ज्यादा बहनो ने बांधी राखी ! 

    सभी बहनों को जल जलपान के साथ गिप्ट देकर किया स्वागत ! 

    इतनी भीड़ देखकर विरोधियों की रात की नींद हुई हराम ! 

    उल्हासनगर- उल्हासनगर में पवित्र रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर के शहर में दुकानों पर जहां खरीददारी को लेकर भारी भीड़ देखने को मिली है, वहीं उल्हासनगर के भाजपा शहर अध्यक्ष पूर्व विधायक कुमार आयलानी के कार्यालय पर रक्षा बंधन के पर्व पर आयलानी को राखी बांधने के लिए हजारों की संख्या में महिलाओं की भीड़ उमड़ी हुई दिखी है, यह उल्हासनगर में पहली बार देखने को मिला कि भाई को राखी बांधने के लिए बहनों के द्वारा घंटों लाइन में खड़ी होकर के राखी बांधने का इंतजार करते देखने को मिला है, सरल स्वभाव व शहर के नागरिकों के बीच वर्षों से समाज सेवा के साथ महापौर उपमहापौर पद के साथ विधायक रह चुके उल्हासनगर भाजपा के शहर अध्यक्ष कुमार आयलानी के जागरूकता व बहनों के प्रति प्रेम कार्य जीता जागता उदाहरण उल्हासनगर में गुरुवार को जागृत दिखा,
     बता दें कि बुधवार को रक्षाबंधन के त्यौहार को लेकर के पूर्व विधायक भाजपा शहर अध्यक्ष कुमार आयलानी के कार्यालय पर हजारों महिलाओं की भीड़ अपने भाई कुमार आयलानी को राखी बांधने के लिए उमड़ी थी, सुबह 10 बजे से शाम को 6 बजे तक लंबी कतार में लगकर के महिलाओं ने कुमार आयलानी को राखी बांधा, महिलाओं से बात करने पर उन्होंने बताया कि कुमार आयलानी को वह अपने भाई के जैसे मानती हैं, कल रक्षाबंधन के त्यौहार पर वह व्यस्त हो जाएंगी इसलिए 1 दिन पहले ही अपने भाई को राखी बांधने के लिए लाइन में लगकर के भाई बहन के इस त्यौहार को मना रही हैं, मिली जानकारी के अनुसार करीब साढे चार हजार महिलाओं ने रक्षाबंधन के इस पर्व में भाजपा अध्यक्ष के कार्यालय पर हिस्सा लिया ,वहीं भाजपा शहर अध्यक्ष कुमार ने बहनों को रक्षाबंधन के स्वरूप साड़ी व अनेक गिफ्ट स्वरूप उन्हें प्रदान किया ,ध्यान देने की बात है की उल्हासनगर शहर में रक्षाबंधन के इस पर्व को लेकर शहर में चर्चाओं का विषय बना हुआ है ,और राखी बांधने वाली सभी महिला बहनों में खुशी का माहौल देखने को मिला है,इस कार्यक्रम के लिए भाजपा की दक्षता समिती की बबिता कौर लभाना, अमृता कौर लभाना, मंगला चांडा, स्नेहा कलपट्टी, सुनंदा अमोदकर, वर्षा पगारे, कविता शर्मा इत्यादि महिलाओं की मेहनत भी है.ज्ञात हो कि कुमार आयलानी उल्हासनगर मनपा में महापौर उपमहापौर के साथ वर्ष 2009 में उल्हासनगर विधानसभा से भाजपा के विधायक चुने गए थे ,वर्ष 2014 में पूर्व विधायक पप्पू कालानी की पत्नी ज्योति पप्पू कालानी के सामने चुनाव में हार का सामना किए ,और वर्तमान में वे भाजपा के शहर अध्यक्ष हैं ,और आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी को लेकर प्रबल दावेदारी कर रहे हैं, जो रक्षाबंधन त्यौहार के दौरान उनके राजनीतिक सक्रियता के रूप में देखने को मिला,
  • उल्हासनगर में 100 फीट का झंडा फहराया नही गया ! लोगो ने जताई नाराजगी !

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    उल्हासनगर में 100 फीट का झंडा फहराया नही गया ! 

    20 लाख रुपये खर्च होने के बाद भी नही हुआ झंडा वंदन ! 

    उल्हासनगर - उल्हासनगर शहर के गोल मैदान में 100 फीट का झंडा लगाया गया था। आज, 15 अगस्त को झंडा फहराने के कार्यक्रम के लिए भीड़ उमड़ी थी। 26 जनवरी, 2019 को, उल्हासनगर -2 के गोल मैदान क्षेत्र में तत्कालीन मनपाआयुक्त अच्युत हांगे, महापौर पंचम कालानी, विधायक ज्योति कलानी और अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में 100 फुट का स्तंभ बनाया गया था। 100 फुट के खंभे पर फहराए जाने वाले ध्वज की प्रत्याशा में नागरिकों की भीड़ थीलेकिन ध्वजारोहण नहीं हुआ, जिसके कारण नागरिकों ने ध्वजारोहण पर अपनी नाराजगी व्यक्त की।
     प्रतिक्रिया मनपा ने नवी मुंबई और अंबरनाथ नगरपालिका के बाद 100 फुट का झंडा स्थापित किया है, महानगरपालिका ने 20 लाख रुपए इस पर खर्च किए हैं, इसलिए ध्वज को बनाए रखने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन और ठेकेदार के पास थी ।

    सरकार ने धारा३७० व धारा ३५ (ए) निरस्त कर दी है, इसलिए यह स्वतंत्रता दिवस और भी महत्वपूर्ण था, आगामी महासभा में, मैं प्रशासन से इस बारे में पूछूंगा। राजेंद्र चौधरी (शिवसेना प्रमुख और नगरसेवक उल्हासनगर मनपा) 

    उल्हासनगर मनपा मुख्यालय में मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख और महापौर पंचम कालानी की मौजूदगी में झंडा फहराया गया लेकिन आचारसंहिता के अनुसार १०० फुट का झंडा बरसात में खराब न हो, इसलिए उसे निकाल लिया गया,अन्य नगरपालिकाओं के अधिकारियों से चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया। बालू नेटके (सुरक्षा अधिकारी उल्हासनगर मनपा) 
     
    यह एक बहुत ही निंदनीय प्रकार है, महापौर पंचम कालानी ने एक बड़े समारोह में इस भव्य झंडे का उद्घाटन किया था लेकिन आज झंडा गायब है । हम इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और अगर इसके लिए जरूरत पड़ी तो पार्टी द्वारा आंदोलन भी किया जाएगा। भगवान भालेराव (रिपाई शहर अध्यक्ष और नगरसेवक)

       देश में हर जगह स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है , जम्मू और कश्मीर, लेह और लद्दाख में भी झंडा फहराया जा रहा है। झंडा फहराने से हम निराश हैं । इस मामले में, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। हेमराज (स्थानीय नागरिक)
  • देह व्यापार का नया अड्डा बनीं हाउसिंग सोसायटियां !

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    देह व्यापार का नया अड्डा बनीं हाउसिंग सोसायटियां ! 

     ऐसे ही एक रैकिट से जुड़ी एक महिला को कांदिवली क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले गिरफ्तार किया ! 

     इस महिला पर 'पीटा' लगाया गया है, जिसमें जमानत मिलना बहुत मुश्किल होता है !

     पति और बेटी की गैर-मौजूदगी में सेक्स रैकिट चला रही थी महिला, हर कोई है हैरान ! 
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    मुंबई-मुंबई देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में होटलों के रेट बहुत ज्यादा हैं। जो आर्थिक रूप से बहुत संपन्न लोग हैं, वही सेक्स के लिए इन होटलों में कमरा बुक कराते हैं। होटलों में कमरा बुक करने की बहुत सख्त शर्तें हैं--मसलन आधार कार्ड या पैन कार्ड मांगा जाता है। इसके अलावा भी इतने तमाम सवाल-जवाब पूछे जाते हैं कि गड़बड़ लोगों को खुद के पकड़े जाने का हमेशा डर रहता है। इसीलिए अब सेक्स रैकिट से जुड़े कुछ लोग हाउसिंग सोसायटी में देह व्यापार कर रहे हैं। 
    ऐसे ही एक रैकिट से जुड़ी एक महिला को कांदिवली क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले गिरफ्तार किया। इस महिला पर अनैतिक देह व्‍यापार निवारण कानून (पीटा) लगाया गया है, जिसमें जमानत मिलना बहुत मुश्किल होता है। कुछ दिनों पहले किसी खबरी ने सीनियर इंस्पेक्टर चिमाजी आढाव को इस महिला के बारे में टिप दी थी। इसी के बाद इस महिला की कई दिन तक बैकग्राउंड चेक की गई और उसके बाद इंस्पेक्टर आनंदराव राणे, शरद झीने, नितिन उतेकर और रईस शेख की टीम ने उसकी बिल्डिंग के घर के बाहर मॉनिटरिंग की। दो दिन पहले क्राइम ब्रांच के पास वॉट्सऐप पर तीन लड़कियों के फोटो भी आए, जो महिला ने अपने पुराने ग्राहकों को भेजे थे। इसके बाद जांच टीम ने महिला के घर छापा मारा और उसे गिरफ्तार किया। उसके घर से इन तीन लड़कियों को रेस्क्यू करा कर उन्हें सुधार गृह भेजा गया। इनमें से दो लड़कियां मालाड, मालवणी इलाके की हैं, जबकि एक नालासोपारा से आई थी।इस महिला का दो बेड़ रूम का घर है। उसकी गिरफ्तारी से सबसे ज्यादा हैरानी उसके पति और बेटी को हुई। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, उसका पति काम के सिलसिले में सुबह घर से निकल जाता था। उसकी बेटी 12वीं में पढ़ती है। वह 11 बजे कॉलेज जाती थी, बाद में कोचिंग। इसीलिए दिन में घर में कोई नहीं रहता था। महिला उसी का फायदा उठाती थी और दिन में फ्लैट में ग्राहकों और लड़कियों को बुला लेती थी। बिल्डिंग में जब सिक्यॉरिटी वाले पूछताछ करते थे, तो महिला बताती थी कि ये लोग उससे इंश्योरेंस पॉलिसी लेने घर आए हैं। सिक्यॉरिटी वाला सबको उसके घर भेज देता था। हर ग्राहक को महिला अलग-अलग टाइम देती थी। वह हर ग्राहक से 3000 हजार रुपये लेती थी। इसमें से 50 प्रतिशत रकम वह खुद रखती थी, जबकि शेष 50 प्रतिशत लड़कियों को देती थी। उसने घर की आलमारी में लड़कियों के लिए नए-नए कपड़े मंगवाकर रखे हुए थे। इन कपड़ों को पहनाकर वह घर में ही लड़कियों की फोटो मोबाइल से खिंचती थी और फिर नए ग्राहकों को भेजती थी। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, जो लड़कियां उसके यहां आती थीं, उनके परिवार वाले मानकर चल रहे थे, कि ये लड़कियां नौकरी के लिए घर से निकली हैं। जब इन लड़कियों के पकड़े जाने की खबर मिली, तो इनके परिजन सदमे में आ गए।मुंबई के एक पूर्व पुलिस कमिश्नर ने अपना म्हाडा का घर किराए पर उठा रखा है। कुछ साल पहले उनके किराएदार ने इस घर को देह व्यापार के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। जब राकेश मारिया पुलिस कमिश्नर थे, तब उनकी टीम ने इस घर से कुछ लड़कियों को रेस्क्यू कराया था। हालांकि वह पुलिस कमिश्नर उस प्रकरण से अनजान और निर्दोष थे। लेकिन, तब भी और अब भी कुछ हाउसिंग सोसायटी में चल रहे इस धंधे को फिर सुर्खियों में ला दिया है।
  • आत्मदहन के नाम पर समाजसेवा,या ब्लैकमेलिंग गोरखधंधा ?

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    आत्मदहन के नाम पर समाजसेवा,या ब्लैकमेलिंग गोरखधंधा ?

    शिकायत पर कार्यवाई नही हुआ तो आत्मदहन करके प्रशासन को डराने होता है यह पूरा खेल !

    पुलिस प्रशासन के जरिए नही होती कोई ठोस कार्यवाई जिसका उठाते है यह समाजसेवक या ब्लैकमेलर फायदा !

    प्रशासन को डराने के लिये खेला जाता है यह पूरा खेल !

    अभी तक धमकी देने वाले एक भी समाजसेवक ने अपना कारनामा करने से पहले ही मामले को कर लेते है रफादफा ?

    उल्हासनगर के ऐसे लोगो पर कब चलेगा कानून का चाबूक !

     (डेमो फोटो)
    उल्हासनगर-उल्हासनगर शहर में इन दिनों समाजसेवकों के रूप ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आ रहा है यह ब्लैकमेल करने का जो तरीका सामने आ रहा वह अपने आप में निराला है किसी शिकायत पर कार्यवाई करवाने के लिए यह समाजसेवक प्रशासन को ब्लैकमेल करने के लिए खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की खुलेआम धमकी शोसल मीडिया के जरिये आम जनता तक पहुचा रहे है,पुलिस विभाग भी अल्टीमेटम देकर चुप रहता है जिसका फायदा ऐसे लोग खुलकर उठाकर रहे है और अपना धंदा जोरो पर शुरू रखा है ! 
    बता दे उल्हासनगर शहर में इससे पहले भी कई ऐसे समाजसेवक ब्लैकमेलर सामने आ चुके है जो अपने की गई शिकायत पर कार्यवाई करवाने के लिए आत्मदहन करने की धमकी दे चुके है,परंतु रियलटी चेक में जो मामला सामने आया वह कही न कही ब्लैकमेलिंग के लिए यह सारे प्रयोग थे, अब हाल ही में फिर से एक समाजसेवक के द्वारा शोसल मीडिया पर लिखा गया कि उनकी दी गई शिकायत पर जल्द ही कार्यवाई नही किया गया तो वह मनपा मुख्यालय के सामने आत्मदहन करेगे, यह सब पहले से ही एक सोची समझी प्लानिंग के तहत किया जाता है पहले शोसल मीडिया के जरिये आत्मदहन करने की पोस्ट को वायरल किया जाता है जब पुलिस कार्यवाई के लिए उस ब्यक्ति के पास पहुचती है तो वह समाजसेवक द्वारा बताया जाता है कि हमारी शिकायत पर प्रशासन के द्वारा ठोस कार्यवाई नही किया जाता है इस लिए हमने आत्मदहन करने का निर्णय लिया है,सूत्रों की माने तो यह पूरा कार्यक्रम के पीछे प्रशासन को डराकर अपनी पकड़ मजबूत करने व लोगो में दहशत फैलाकर फिर उसके जरिये मोटी सेटिंग करके बड़ा माल कमाना यही एक उद्देश्य सामने आया है क्योंकि इससे पहले जो समाजसेवक का चोला पहन कर आत्मदहन की धमकी दिये थे आज वह लोग यही काम कर रहे है इस लिए समाज सेवा के जरिये ब्लैकमेलिंग करने का यह एक नया धंधा उल्हासनगर में जोरो से फल फूल रहा है, बहरहाल कल आत्मदहन होता है यह फिर उससे पहले ही सेटिंग की आड़ में मामला रफा दफा होता है यह तो आने वाले समय पर ही सामने आ पायेगा, जब पुलिस डिपार्टमेंट के द्वारा ऐसी अफवाहें फैलाने वाले व इस तरह की धमकी देने वालो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाई नही होगा तबतक इस तरह के ब्लैकमेल करने की आड़ में समाजसेवक का चोला पहन कर घूमने वाले लोगो में कमी नही होगी !
  • महक बिल्डिंग पहले झुकी, फिर 24 घन्टे में हुई जमीनदोज !

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    महक बिल्डिंग पहले झुकी, फिर 24 घन्टे में हुई जमीनदोज ! 

    मनपा प्रशासन व फायर ब्रिगेड की बदौलत 150 लोगो की बची जान ! 

    एक दिन पहले ही खाली कराई गई थी यह बिल्डिंग !

     महक बिल्डिंग गिरने के आसपास की पांच बिल्डिंगों को मनपा ने कराया खाली ! 

    महक बिल्डिंग के रहवासियों को थायरासिंह दरबार ने दिया आश्रय ! 

     उल्हासनगर -उल्हासनगर शहर में सुबह 10 बजे के करीब 5 मंजिला इमारत के झुकने के कारण इमारत के 31 फ्लैट धारकों को खाली करवा दिया गया था और फ्लैटों के दरवाजे खुद से जाम हो गए थे। महानगरपालिका व फायर ब्रिगेड ने तत्काल कार्यवाई करते हुए बिल्डिंग को खाली करवा दिए थे जिसके चलते लगभग 150 निवासियों के जीवन को बचाया गया है। 
    महक उल्हासनगर फर्नीचर मार्केट में लिंक रोड पर 5 मंजिला इमारत है और इसमें 31 फ्लैट हैं। नागरिकों ने शिकायत की कि इमारत को महानगरपालिका द्वारा घोषित खतरनाक और खतरनाक इमारतों की सूची में शामिल नहीं किया गया था। घबराए निवासियों ने कई बार कोशिश करने के बाद भी दरवाजे नहीं खुले,इसके बाद उन्होंने नरेंद्र कुमारी ठाकुर, नारायण पंजाबी को फोन किया। एक प्रसिद्ध आर्किटेक्ट ने आज इस इमारत को देखा, और निवासियों को आश्वासन दिया कि यदि इमारत को खंभे द्वारा सहारा किया गया है,अब सब कुछ ठीक हो जाएगा। आर्किटेक्ट के जाने के कुछ ही मिनट बाद, इमारत पत्ते के बंगले की तरह ढह गई। इसका बी विंग टूट गया। इस विंग के प्रवेश द्वार के ऊपर दो फ्लैटों का नुकसान हुआ। निवासियों के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण समय था कि वे कई वर्षों से इमारत में रह रहे थे। दरवाजे जाम होनेके बाद पूर्व नगरसेवकनरेंद्र कुमारी ठाकुर, नारायण पंजाबी को रहिवासियों ने फोन किया।मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख के अड़े के बाद सहायक आयुक्त गणेश शिंपी , भगवान कुमावत और अग्निशमन अधिकारी भास्कर मिरपगार घटनास्थल पर पहुंच गए और लोगों को इमारत से बाहर निकाला। 26 जुलाई और 4 अगस्त को उल्हासनगर के साथ-साथ कम्बा-वरप-रायता गाँव में बाढ़ से भयंकर स्थिति निर्माण हुईथी, तब, थायरसिंह दरबार संतों की पहल से जसु सिंह और टिल्लू सिंह ने सभी एक लाख लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की थी। उल्हासनगर के 70 वें स्थापना दिवस पर टिल्लू सिंह को कमिश्नर सुधाकर देशमुख ने सम्मानित किया। आज,महक बिल्डिंग में रहने वाले बेघर लोगों को इमारत गिरने के कारण थायरासिंह दरबार में आश्रय दिया जा रहा है।
  • उल्हासनगर में पकड़ा गया 10 लाख कीमत का वैन गुटका !

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    उल्हासनगर में पकड़ा गया 10 लाख कीमत का वैन गुटका ! 

    सेंट्रल पुलिस ने पकड़ा लाखो का गुटका ! 

    एफडीए विभाग ने पकड़े गए माल का किया पंचनामा ! 

    उल्हासनगर में होती है पड़े पैमाने पर गुटके की तस्करी ! 

     उल्हासनगर -उल्हासनगर के मनपा स्कूल के पास बंद गोदाम से सेंट्रल पुलिस ने 15 लाख की कीमत का गुटका पकड़ने का मामला सामने आया है, बता दे कि  उल्हासनगर शहार में बड़े पैमाने पर गुटका का गोरख धंदा जोरशोर से चल रहा है.
    रविवार की रात में सी ब्लॉक परिसर के महापालिका स्कूल क्रमांक 17 के पास एक गाले में बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा वैन गुटका रखा गया है ऐसी जानकारी वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधाकर सुरडकर को मिला था. उसी जानकारी के अनुसार पर सहाय्यक पुलिस निरीक्षक अस्लम खातीब, पुलिस उप निरीक्षक हर्षल काले इनकी टीम ने छापा मारकर अवैध तरीके से लाये गए गुटका को जपत किया. गुटका और सुपारी प्रतिबंधित माल को टेम्पो में डालकर सेंट्रल पुलिस स्टेशन लाया गया है .  इसकी जानकारी सेंट्रल पुलिस ने अन्न व औषध प्रशासन (एफडीए) के निरीक्षक ज्ञानेश्वर चव्हाण को दिया है. उन्होंने सोमवार की शाम को अपनी टीम के साथ पुलिस स्टेशन में आकर पकड़े गए माल की पंचनामा भी किया है. पकड़े गए माल की कुल कीमत लगभग10 से20 लाख रुपये है इसमें माणिकचंद, बिमल इत्यादी कंम्पनी के महंगे बिगने वाले गुटके भी शामिल है .
  • गड्ढों से बेहाल उल्हासनगर,अंबरनाथ, कल्याण की सड़कें ! दो लोगो हुई मौत !

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    गड्ढों से बेहाल उल्हासनगर की सड़कें ! 

    अंबरनाथ और कल्याण में दो की हुई मौत ! 

    गड्ढों की वजह से आम जनता है परेशान ! 

    मनपा प्रशासन व ठेकेदार है मस्त ! 

    उल्हासनगर-उल्हासनगर से लेकर कल्याण-डोंबिवली,अंबरनाथ, बदलापुर और भिवंडी की सड़कों पर गड्ढे हो जाने से लोगों की मुसीबत बड़ती जा रही है। बता दें कि पिछले एक हफ्ते में अंबरनाथ और कल्याण में गड्ढों की वजह से दो मौतें हो चुकी हैं। मृतकों में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी शामिल था। अब परेशान लोग सड़कों पर उतरकर गड्ढों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। पत्रीपुल पर हुई मौत के बाद शनिवार को लोगों ने बड़ी संख्या में यहां विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने मनपा और एमएसआरडीसी से मांग की है कि जल्द से जल्द गड्ढे भरे जाएं।कल्याण के आगरा रोड, रामबाग और खडकपाडा, सूचक नाका, पत्रीपुल जैसे कई इलाकों में स्थिति दयनीय है। इसी तरह, उल्हासनगर में भी गड्ढों की वजह से लोग परेशान हैं। कल्याण का मुख्य रास्ता कॉन्क्रीट का है, इसके बाद भी यहां कई बड़े-बड़े गड्ढे है। अंबरनाथ में भी कई सड़कें ऐसी हैं, जहां गड्ढे मुसीबत बने हुए हैं। अंबरनाथ से बदलापुर को जोड़ने वाले मार्ग पर कई जगह पर गड्ढे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत दोपहिया वाहन चालकों को होती है।इधर, भिवंडी में भी गड्ढों की वजह से शहर की सड़कें वाहन चलाने तो ठीक, चलने लायक भी नहीं बची हैं। स्थिति यह है कि डामर की सड़कें कच्ची सड़कों में बदल गई हैं। सड़कों की गिट्टी बह गई है और चारों तरफ गड्ढे हैं। लेकिन, जनप्रतिनिधियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। भिवंडी बाईपास स्थित राजनोली नाका से राजीव गांधी चौक तक कल्याण रोड, अंजुरफाटा से वंजारपट्टी नाका, मनपा मुख्यालय से शांतिनगर रोड, एसटी स्टैंड से गायत्रीनगर रोड, दरगाह रोड, अनमोल होटल से फातमानगर रोड सहित शहर की सभी सड़कों की हालत बेहद खराब है। बारिश होती है, तो कीचड़ फैल जाता है। गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं। गड्ढों के कारण अब तक 4 लोग जान गंवा चुके हैं। कल्याण रोड एवं वंजारपट्टी नाका से धामनकरनाका तक हमेशा जाम रहता है।इसी तरह, नागांव के अनमोल होटल-फातमानगर रोड पर पैदल चलना मुश्किल है। सड़क पर ड्रेनेज लाइन डालने के बाद उसकी मरम्मत नहीं की गई है, जिसकी वजह से यह समस्या है। फातमानगर रोड पर कई स्कूल हैं, जिनमें पढ़ने के लिए करीब तीन हजार बच्चे जाते हैं। इनकी सुरक्षा को खतरा है। गड्ढे ही नहीं, गंदगी भी एक बड़ी समस्या है।
  • उल्हासनगर को सिंधुनगर बनाने के लिए दो मराठी नगरसेवक बने अनुमोदक !

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    उल्हासनगर को सिंधुनगर बनाने के लिए दो मराठी नगरसेवक बने अनुमोदक ! 

     सिंधुनगर नाम पर महासभा में सकता है महासंग्राम ? 

     विधानसभा चुनाव के चक्कर में सिंधी ओट लेने का है यह पूरा खेल ! 

    हम उल्हासनगर का नाम बदलने की अनुमति बिलकुल नहीं देगे -मनसे शहर अध्यक्ष

     उल्हासनगर -उल्हासनगर शहर को सिंधुनगर नाम देने का एक अनौपचारिक प्रस्ताव साई पार्टी के नगरसेवक द्वारा आगामी महासभा में लाया गया है और इसे छह नगरसेवकों द्वारा अनुमोदित किया गया है। इस अनुमोदन में दो मराठी नगरसेवक भी है, इस प्रस्ताव ने शहर की राजनीतिक महासंग्राम रूप लेता दिख रहा है।
    बता दे कि उल्हासनगर मनपा की आगामी २० अगस्त को होने वाली आम सभा में साईं पार्टी के नगरसेवक कंचन लुंड ने उल्हासनगर शहर का नाम सिंधुनगर रखने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव को भाजपा नगरसेवक राजा वानखेड़े,प्रदीप रामचंदानी,मीना आयलानी,राजू जग्यासी ,साईं पार्टी के नगरसेवक शेरी लुंड और रिपाई(आठवले गुट)के नगरसेवक भगवान भालेराव ने मंजूरी दे दी है। इस सार्वजनिक सभा में, साईं पार्टी के सदस्य कंचन लुंड ने यह अनौपचारिक प्रस्ताव करते हुए कहा कि बालासाहेब ठाकरे शहर उल्हासनगर को सिंधुनगर का नाम देने के पक्ष में थे। उल्हासनगर या सिंधुनगर विवाद बहुत पुराना है, मराठी भाषी लोग सिंधुनगर नाम के विरोध में हैं और सिंधी भाषी सिंधुनगर की मांग कर रहे हैं। सन १९९० में तत्कालीन भाजपा सांसद राम कापसे उल्हासनगर के सिंधी यूथ सर्कल के एक कार्यक्रम में आए थे और वहां उन्होंने उल्हासनगर का नाम बदलकर सिंधुनगर रखने का वक्तव्य दिया था, जिसके विरोध में उस समय के शिवसेना शहर प्रमुख रमेश मुकने, शिवसेना नगरसेवक दिलीप मालवणकर, प्रकाश सावंत, सुरेंद्र सावंत और शिव सैनिकों ने कापसे के खिलाफ घोषणा करके सभा को भंग करने की कोशिश की थी। इस संबंध में उन पर आरोप भी लगाए गए लेकिन सरकार ने बाद में अपराधों को वापस ले लिया। इसके बाद, इस नाम बदलने का मुद्दा समय-समय पर उठाया गया था जिसमें मराठी भाषी और सिंधी भाषी आमने-सामने की बैठकें हुई हैं।
    क्या कहते है शहर के नेता -
      राजेंद्र चौधरी (शिवसेना प्रमुख) - शहर का नाम बदलने का कोई फायदा है? शहर के विकास पर जोर दिया जाए तो बेहतर होगा "
    बंधु देशमुख (MNS शहर प्रमुख)- आज उल्हासनगर शहर की हालत बहुत खराब है, हर दिन भ्रष्टाचार के नए मामले सामने आ रहे हैं, कोई विकास नहीं हो रहा है इसलिए यह नाम बदलने के भावनात्मक मुद्दे को उठाकर लोगों का ध्यान हटाने का प्रयास है, किसी भी स्थिति में हम उल्हासनगर का नाम बदलने की अनुमति देंगे। बिलकुल नहीं। 
    दिलीप मालवंकर (सामाजिक कार्यकर्ता) -विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही ऐसी मांगे उठती रहती है। मनोनीत होने वाले अधिकांश नगरसेवक इस तरह का स्टंट कर रहे हैं, इसलिए हम नाम परिवर्तन के विरोध में हैं और हम सड़क पर भी इसका विरोध करेंगे। 
    शेरी लंड (साईं पार्टी के नगरसेवक) -खुद उल्हासनगर को सिंधुनगर का नाम देने के पक्ष में माननीय बाला साहेब ठाकरे थे, हम समय-समय पर सिंधुनगर की मांग करते रहे हैं, हम बिना किसी विवाद के ऐसा आधिकारिक प्रस्ताव लाए हैं और उचित प्रस्ताव मंजूर होने पर इसे सरकार को भेजेंगे।
  • उमपा के पीडब्ल्यूडी विभाग से विधायक निधी की 85 लाख की फाइल हुई गायब !

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    उमपा के पीडब्ल्यूडी विभाग से विधायक निधी की 85 लाख की फाइल हुई गायब ! 

    गणपत गायकवाड़ के समर्थक पहुंचे उमपा तो पता चला यह कारनामा ! 

    मनपा आयुक्त के आश्वासन के बाद समर्थको ने मनपा से निकले !

    जल्द ही इन विकाश कामो का होगा टेंडर !

     उल्हासनगर -उल्हासनगर विधायक गणपत गायकवाड़ के कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आने वाले निर्वाचन क्षेत्र में पांच विकास कार्यों के लिए लोक निर्माण विभाग की फाइलों के गायब होने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में नाराज गणपत गायकवाड़ समर्थकों ने महानगरपालिका के सार्वजनिक निर्माण विभाग में हुए गड़बड़ी की जानकारी दी है। 
    उल्हासनगर मनपा में, दो पैनल 14 और 15 के साथ-साथ पैनल नंबर 16 आधे कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। इस पैनल में पाँच विकास कार्यों के लिए स्थानीय विधायक गणपत गायकवाड़ के निधी से 85 लाख रूपए विकास कार्यों के लिए दिए गए थे। इसके लिए मांग पत्र गणपत गायकवाड़ ने प्रशासन को दिया था। उस काम का एक अनुमान तैयार किया गया था और कलेक्टर कार्यालय द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी। लेकिन जब उदय गायकवाड़, जिन्होंने गणपत गायकवाड़ का काम देखते है, वह महानगरपालिका के लोक निर्माण विभाग में आए, तो यह देखने के लिए कि लंबे समय के बाद टेंडर प्रक्रिया क्यों नहीं की गई, उन्हे पता चला कि फाइलें गायब थी। जैसे ही यह पूरा मामला महानगरपालिका आयुक्त सुधाकर देशमुख को इस बात का अहसास हुआ, उन्होंने तत्कालीन इंजीनियर महेश सितलानी से पूछा। गायकवाड़ समर्थक इन फाइलों की छायांकित प्रति कलेक्टर कार्यालय से वापस लेकर इसके आधार पर निविदा दे सकते हैं, ऐसा आश्वासन मिलने के बाद विधायक गणपत गायकवाड़ के समर्थक वहां से बाहर निकले। आखिरकार वह फाइल गई कहा यह भी एक गंभीर विषय है !
  • पत्रिपुल पर हुआ दर्दनाक हादसा !

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    पत्रिपुल पर हुआ दर्दनाक हादसा ! 

     ट्रक और बाइक की टक्कर , एक की हुई मौत एक घायल !


     कल्याण- कल्याण डोंबिवली के बीच यातायात के लिए सबसे महत्वपूर्ण ब्रिटिश कालीन पत्रीपुल धोखादायक होने के कारण तोड़ दिया गया जिससे बगल में बने नए पुल से यातायात शुरू किया लेकिन सड़को पर घण्टो घण्टो ट्रैफिक जाम होता हैं । आज इसी पत्रीपुल पर एक हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई और एक व्यक्ति घायल हुआ है। लेकिन सत्ताधारियों के कान में जू तक नही रेगा है । सालोंसाल से सत्ता भोग रहे सत्ताधारियों को और कितने बलि का इंतज़ार है ऐसा नगरिक सवाल कर रहे हैं ।
    मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह लगभग 7 बजे कल्याण पूर्व से पत्रिपुल होकर पश्चिम की ओर जा रहे एक दुपहिया सवार को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी । जिसमे अरुण महाजन ( 55 ) नामक व्यक्ति की मौत हो गई । हादसे में घायल चालक विलास रेडकर को इलाज के लिए कल्याण के एक अस्पताल में भरती कराया गया है। अरुण महाजन कल्याण के खड़क पाडा में रहते थे और डोंबिवली के एमआईडीसी की एक कंपनी में नाईट शिप्ट में काम करते थे । विलास रेडकर डोंबिवली के रहने वाले हैं । हादसे के बाद ट्रैफिक पुलिसों ने गड्ढे भरने का काम किया । महात्मा फुले पुलिसों ने ट्रक चालक नदीम शेख के खिलाफ मामला दर्ज किया है । दुर्घटना पत्रिपुल की ट्रैफिक और सड़क पर मौजूद बड़े- बड़े गड्ढों के कारण हुई है इसलिए आक्रोशित शहरवासी, ड्राइवर समेत यात्रियों का यही कहना है कि आख़िरकार सत्ताधारियों को और कितना बलि चाहिए । पालकमंत्री एकनाथ शिंदे, राज्यमंत्री रविंद्र चव्हाण और सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, कई विधायक के साथ अन्य नेताओं की मौजूदगी में पत्रीपुल का भूमिपूजन हुआ । आठ माह में यह पत्रीपुल बनकर तैयार हो जाएगा इसलिए एमएसआरडीसी पुल का निर्माण कार्य दिया गया । लेकिन अभी तक इस पुल का 10% काम भी पूरा नही हुआ है । शिवसेना-भाजपा के नेताओं के केवल बड़े बोल, सभी दावों की पोल खोलती हैं । लेकिन सत्ताधारी, एमएसआरडीसी, मनपा प्रशासन आखिर कब नींद से जागेंगे ? ऐसा सवाल कल्याण डोंबीवलीकर उठा रहे हैं । 
  • भाजपा नेताओं की "शराब" पार्टी का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल !

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    भाजपा नेताओं की "शराब" पार्टी का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल !

     नशा शराब में होती तो नाचती बोतल इस गाने पर थिरकते दिखे भाजपा के पूर्व शहर अध्यक्ष सुक्रमानी ! 

    जनता बाढ़ से पीड़ित तो नेता नशे मस्त होकर कर रहे थे डांस ! 

    भाजपा पार्टी ऐसे लोगो के चलते हो रही छबि खराब ! 

    उल्हासनगर- उल्हासनगर में कुछ भाजपा नेताओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें मौजूदा नगरसेवक और कुछ पदाधिकारी एक बरसाती पार्टी में नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस बरसाती पार्टी में, वर्तमान बीजेपी नगरसेवक और आगामी विधानसभा चुनावों के इच्छुक उम्मीदवार, महेश सुखरमानी, बीजेपी के पदाधिकारी डॉ.बलराम कुमावत और अन्य लोग "लोग कहते हैं मैं शराबी हूं" गाने पर नाचते और अभिनय करते दिख रहे हैं।
    बता दे कि वीडियो तब वायरल हुआ जब भाजपा नेता उस समय शोक में थे, जब भाजपा नेता सुषमा स्वराज का हाल ही में निधन हो गया था। लोग भाजपा नेताओं को अच्छी तरह से फजीहत कर रहे हैं। शहर की स्थिति को देखते हुए, भाजपा नगरसेवक सुखरामानी ने उल्हासनगर मनपा के पत्रकार कक्ष में अपना रुख यह कहते हुए साफ किया कि यह वीडियो बहुत पुराना है, शायद चार-पांच साल पहले और यह एक निजी कार्यक्रम था और उस समय हम केवल कोल्ड्रिंक और जूस ही पी रहे थे, लेकिन केवल हमारा और हमारी पार्टी की छवि खराब करने के लिए यह साजिश रची जा रही है। यह वीडियो किसने और किस उद्देश्य से वायरल किया है वह बात सामने नही आ पाया