आषाढी एकादसी पर विट्ठलमय हुआ शहाड़ का बिडला मंदिर !
बिड़ला महाविद्यालय, कल्याण के प्रांगण से प्रारंभ होकर शहाड स्थित विट्ठल मंदिर तक आयोजित की गई !
देखिए पूरी खबर को इस मौके पर ठाणे जिल्हा अधिकारी ने क्या कहा सुनिए उनकी ज़ुबानी,,,,
उल्हासनगर – आषाढी एकादसी के अवसर पर सेंचुरी रेयान, बी.के. बिडला महाविद्यालय, बी.के. बिड़ला रात्रिकालीन महाविद्यालय, बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल और सेंचुरी रेयान हाई स्कूल द्वारा ज्ञान दिंडी का भव्य आयोजन किया गया | प्रकृति संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता के साथ-साथ श्री विठोवा – रुक्मिणी जी की भक्ति पर आधारित यह यात्रा बिड़ला महाविद्यालय, कल्याण के प्रांगण से प्रारंभ होकर शहाड स्थित विट्ठल मंदिर तक आयोजित की गई |
इस यात्रा में भगवान विट्ठल के सभी भक्तों की व्यापक उपस्थिति से सम्पूर्ण वातावरण विट्ठलमय हो उठा , सम्माननीय अतिथि दत्तात्रय शिंदे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कल्याण, नरेन्द्र पवार, गणपत गायकवाड़, प्रमोद हिन्दूराव, कुमार आयलानी, महाविद्यालय की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ओ.आर. चितलांगे, उपाध्यक्ष सुबोध दवे, शिक्षा निदेशक डॉ. नरेश चन्द्र, प्राचार्य डॉ. अविनाश पाटील और सेंचुरी रेयोन के यूनिट हेड दिग्विजय पाण्डेय आदि गणमान्यों द्वारा भगवान विट्ठल के पालकी की पूजा - अर्चना के साथ यात्रा का प्रारंभ हुआ | इस यात्रा में रथ पर विराजमान विट्ठल और रुक्मिणी के साथ सजी हुई पालकी, ढोल पथक , अनेक शिक्षण संस्थानों के लेज़िम पथक, एम पावर और योग पथक आदि की झाँकियाँ लोगों को विशेष आकर्षित कर रही थीं | हजारों भक्तों की भजन मंडली वारकरी कीर्तन की धुन पर थिरकते हुए आगे बढ़ रही थी | इस यात्रा में आस-पास के शिक्षण संस्थानों एवं समाजसेवी संस्थाओं के अतिरिक्त स्थानीय हजारों वारकरी भक्तों की भी सहभागिता रही | शहाड स्थित श्री बिठोवा मंदिर में इस आषाढी एकादसी के अवसर पर प्रातः काल में थाने के जिलाधिकारी अशोक शिंगारे और उनकी धर्मपत्नी स्मिता सिंगारे द्वारा महापूजा की गई | ज्ञातव्य हो कि यह दिंडी यात्रा सेंचुरी रियोंन के सी. ई. ओ. श्री ओ.आर. चितलांगे के मार्गदर्शन में वर्ष २०१६ से आयोजित की जा रही है | २०१९, २०२० और २०२१ में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण यह आयोजन संभव नहीं हो सका | यात्रा का समापन शहाड स्थित विट्ठल मंदिर में भगवान विट्ठल की आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ |
अवैध डंपिंग ग्राउंड हटाने के मोर्चे में नाबालिक स्कुली बच्चों के शामिल होने पर लटकी कार्यवाई की तलवार ?
मोर्चा की अगुवाई करने वालों के ऊपर हो सकती हैं कार्यवाई ?
जल्द ही डंपिंग ग्राउंड को नहीं हटाया गया तो 5 नंबर के व्यापारी आने वाले चुनाव का करेंगे बहिष्कार ?
देखिए पुरी खबर कैसे मोर्चे में स्कूली बच्चों का हुआ इस्तेमाल,,,,,,,,,
उल्हासनगर–उल्हासनगर 5 के अवैध डंपिंग ग्राउंड हटाने को लेकर स्थानिकों का आज 23 जून 2023 की सुबह अभियान शुरू हुआ। डंपिंग ग्राउंड हटाओ मंच के नामसे एक संस्था स्थापन करके ज़हरीले धुएं के कारण जान गंवाने वाले आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उल्हासनगर कैम्प 5 के जिंस बाज़ार, गाउन बाज़ार और मेन मार्केट के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखकर सैंकड़ो की संख्या में शामिल होकर भरी बरसात में रैली निकालकर रोष प्रकट किया गया।5 नम्बर ओटी चौक से रैली की शुरुआत हुई और पुज्य चालिया मंदिर पर आते आते पुलिस प्रशासन द्वारा अनशनकर्ताओं को हिरासत में लेकर हिललाइन पुलिस स्टेशन ले जाया गया।डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा पकड़ा तूल पकड़ता दिख रहा है, अवैध डंपिंग ग्राउंड के खिलाफ व्यापारियों का जन आंदोलन पहली बार देखने मिला, रैली में बड़ी संख्या में स्कुली बच्चे, और वारकरी सम्प्रदाय के लोग शामिल हुए। जल्द ही डंपिंग ग्राउंड को नहीं हटाया गया तो पांच नंबर के व्यापारी आने वाले चुनाव का करेंगे बहिष्कार करेंगे और चुनाव संबन्ध किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे ऐसा रोषपूर्ण वक्तव्य किया गया।
उल्हासनगर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भाजपा विधायक आयलानी के जरिए उत्साह से मनाया गया !
देखिए पुरी खबर को इस मामले पर उल्हासनगर के भाजपा विधायक कुमार आयलानी और महाराष्ट्र राज्य के सार्वजनिक बाधकाम मंत्री रवींद्र चव्हाण ने क्या कहा सुनिए उनकी ज़ुबानी,,,,,,,
उल्हासनगर–उल्हासनगर में विधायक कुमार आयलानी की पहल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सार्वजनिक बांधकाम मंत्री रवींद्र चव्हाण व मनपा आयुक्त अजीज शेख के उपस्थिति बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। उल्हासनगर के रीजेंसी एंटेलिया प्रांगण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय विधायक कुमार आयलानी के अगुवाई में संपन्न हुआ। योग दिवस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं एवं नागरिकों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाये शामिल हुई थी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधायक कुमार आयलानी ने बताया कि शहर के नागरिकों ने इस कार्यक्रम में अच्छा प्रतिसाद दिया है। इस अवसर पर जमुनू पुरसवानी, डॉ. प्रकाश नाथानी, मनोहर खेमनानी, टोनी शिरवानी, दीपक छतलानी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
उल्हासनगर मनपा स्कूल से दस पंखे चोरी. मनपा स्कूलों की सुरक्षा खतरे में ?
मनपा प्रशासन ने सेंट्रल पुलिस स्टेशन चोरी की शिकायत कराई दर्ज !
देखिए पूरी खबर को इस पुरे मामले पर मनपा के अधिकारी डॉ, सुधाकर जाधव ने क्या कहा सुनिए उनकी ज़ुबानी,,,,,,,,,
उल्हासनगर – उल्हासनगर कैम्प-3 संतु बिल्डिंग के करीब मनपा के स्कूल क्रमांक 25, स्वामी धर्मदास साहिब विद्यालय से ताला तोड़कर 10 पंखे चोरी कर किये जाने की घटना सामने आयी है। इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल गार्गी चतुर्वेदी ने सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन में चोरी का मामला दर्ज कराया है. उल्हासनगर-3 स्थित संतु बिल्डिंग के पास मनपा स्कूल क्रमांक-25 है.13 जून को जब स्कूल का स्टाफ रोज की तरह स्कूल आया तो देखा कि स्कूल परिसर में लगे पंखे गायब हैं. उसके बाद, उन्होंने तुरंत स्कूल के सभी कक्षाओं की जाँच की और पाया कि दस पंखे चोरी हो चुके थे। स्कूल की प्रिंसिपल गार्गी चतुर्वेदी इस चोरी की घटना सेन्ट्रल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया। गौरतलब हो कि मौजूद पुलिस कर्मियों ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर काड के छुट्टी पर होने का हवाला देकर मामला दर्ज नहीं किया.मधुकर काड के सात दिन बाद छुट्टी समाप्त होने के बाद उनके आदेशानुसार अज्ञात चोर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.इस घटना के बाद शिक्षा विभाग के उपायुक्त डॉ.सुभाष जाधव व प्रशासन अधिकारी अशोक मोरे ने विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षकों को उचित निर्देश दिए हैं. कुछ माह पूर्व उल्हासनगर मनपा के शिक्षा बोर्ड के कार्यालय से भी चोरों ने चोरी की थी. साथ ही मनपा के स्कूलों में बार-बार चोरी की घटनाओं से मनपा स्कूलों की सुरक्षा खतरे में दिखाई पड़ रही है !
पुरी जगन्नाथ रथयात्रा आज, भ्रमण पर निकलेंगे बलभद्र और सुभद्रा संग भगवान जगन्नाथ !
देखिए विडियो के माध्यम से भगवान जगन्नाथ की यात्रा की पहली झलक,,,,
ओड़िशा – आज से विश्व प्रसिद्ध ओड़िशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष यह यात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होकर आषाढ़ शुक्ल की दशमी तक चलती है। इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ विराजमान होते हैं और इनके साथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा भी होते हैं। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पुरी के मंदिर से निकलते हुए गुंडिचा मंदिर जाती है। इस गुंडिचा मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा तीनों ही आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तक रुकते हैं। फिर इसके बाद वापस अपने पुरी के मंदिर में वापस लौट आते हैं। इस रथ को देखने के लिए और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद पाने के लिए देश-दुनिया से भक्त बड़ी संख्या में पुरी आते हैं। आइए जानते हैं भगवान जगन्नाथ और इस रथ यात्रा से जुड़ी खास बातें।हर वर्ष आषाढ़ माह की द्वितीया से लेकर दशमी तिथि तक भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ यात्रा पर निकलते हैं। दरअसल इस रथ के पीछे पौराणिक मान्यता है, जिसके अनुसार द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण से उनकी बहन सुभद्रा ने द्वारका देखने इच्छा को व्यक्त किया। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बहन की इस इच्छा को पूरा करने के लिए सुभद्रा और बलभद्र जी को रथ पर बैठाकर द्वारका की यात्रा करवाई थी। इस तरह से हर साल भगवान जगन्नाथ के संग बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा निकली जाती है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में आज भी भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की अधूरी मूर्तियों की पूजा की जाती है। भगवान की इस अधूरी मूर्ति के पीछे एक पौराणिक कथा है। दरअसल पुरी में एक राजा राज करते थे, जिनका नाम इंद्रद्युम्न था। एक रोज भगवान जगन्नाथ उनके सपने में प्रकट होते हुए समुद्र में बहती हुई लकड़ियों के बारे में बताया और आदेश दिया कि इन लकड़ियों से हमारी मूर्ति की रचना करो। तब राजा ने प्रभु की आज्ञा को मानते हुए समुद्र से बहती हुई लकड़ियों को एकत्रित करते हुए बढ़ई से मूर्ति बनाने को कहा। बढ़ई के रूप में विश्वकर्मा जी राजा इंद्रदयुम्न के सामने शर्त रखी कि वे दरवाज़ा बंद करके मूर्ति बनाएंगे और जब तक मूर्तियां नहीं बन जातीं तब तक अंदर कोई प्रवेश नहीं करेगा। यदि दरवाज़ा पहले खुल गया तो वे मूर्ति बनाना छोड़ देंगे। बंद दरवाज़े के अंदर मूर्ति निर्माण का काम हो रहा है या नहीं, यह जानने के लिए राजा नित्यप्रति दरवाज़े के बाहर खड़े होकर मूर्ति बनने की आवाज़ सुनते थे। एक दिन राजा को अंदर से कोई आवाज़ सुनाई नहीं दी,उनको लगा कि विश्वकर्मा काम छोड़कर चले गए हैं। राजा ने दरवाज़ा खोल दिया और शर्त अनुसार विश्वकर्मा वहां से गायब हो गए। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां अधूरी ही रह गईं। उपुरी के जगन्नाथ मंदिर में रोज लाखों लोगों के लिए प्रसाद बनाया जाता है। यहां पर हर करीब हर रोज 1 लाख लोगों को प्रसाद बांटा जाता है। भगवान जगन्नाथ को हर दिन 6 समय का भोग लगाया जाता है जिसमें 56 तरह के पकवान होते हैं। पुरी जगन्नाथ मंदिर में बनी हुई रसोई को दुनिया की सबसे बड़ी रसोई मानी जाती है। इसमें एक साथ 500 के करीब रसोइये और 300 के आस-पास सहयोगी भगवान के प्रसाद को तैयार करते हैं। भगवान जगन्नाथ के प्रसाद को महाप्रसाद कहा जाता है। इस प्रसाद को पकाने के लिए सात मिट्टी के बर्तनों को एक दूसरे के ऊपर रखा जाता है और प्रसाद पकने की प्रक्रिया सबसे ऊपर वाले बर्तन से शुरू होती है। मिट्टी के बर्तनों में चूल्हे पर ही प्रसाद पकाया जाता है सबसे नीचे वाले बर्तन का प्रसाद आखिर में पकता है। हैरानी की बात यह भी है कि मंदिर में प्रसाद कभी भी कम नहीं पड़ता और जैसे ही मंदिर के द्वार बंद होते हैं प्रसाद भी समाप्त हो जाता है, विश्व प्रसिद्ध ओड़िशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष यह यात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होकर आषाढ़ शुक्ल की दशमी तक चलती है। इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ विराजमान होते हैं और इनके साथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा भी होते हैं। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पुरी के मंदिर से निकलते हुए गुंडिचा मंदिर जाती है। इस गुंडिचा मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा तीनों ही आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तक रुकते हैं। फिर इसके बाद वापस अपने पुरी के मंदिर में वापस लौट आते हैं। इस रथ को देखने के लिए और भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद पाने के लिए देश-दुनिया से भक्त बड़ी संख्या में पुरी आते हैं। आइए जानते हैं भगवान जगन्नाथ और इस रथ यात्रा से जुड़ी खास बातें। क्यों निकाली जाती है हर साल रथ यात्रा ? हर वर्ष आषाढ़ माह की द्वितीया से लेकर दशमी तिथि तक भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ यात्रा पर निकलते हैं। दरअसल इस रथ के पीछे पौराणिक मान्यता है, जिसके अनुसार द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण से उनकी बहन सुभद्रा ने द्वारका देखने इच्छा को व्यक्त किया। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बहन की इस इच्छा को पूरा करने के लिए सुभद्रा और बलभद्र जी को रथ पर बैठाकर द्वारका की यात्रा करवाई थी। इस तरह से हर साल भगवान जगन्नाथ के संग बलभद्र और सुभद्रा की रथ यात्रा निकली जाती है। क्यों होती है भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की अधूरी मूर्तियों की पूजा ? पुरी के जगन्नाथ मंदिर में आज भी भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की अधूरी मूर्तियों की पूजा की जाती है। भगवान की इस अधूरी मूर्ति के पीछे एक पौराणिक कथा है। दरअसल पुरी में एक राजा राज करते थे, जिनका नाम इंद्रद्युम्न था। एक रोज भगवान जगन्नाथ उनके सपने में प्रकट होते हुए समुद्र में बहती हुई लकड़ियों के बारे में बताया और आदेश दिया कि इन लकड़ियों से हमारी मूर्ति की रचना करो। तब राजा ने प्रभु की आज्ञा को मानते हुए समुद्र से बहती हुई लकड़ियों को एकत्रित करते हुए बढ़ई से मूर्ति बनाने को कहा। बढ़ई के रूप में विश्वकर्मा जी राजा इंद्रदयुम्न के सामने शर्त रखी कि वे दरवाज़ा बंद करके मूर्ति बनाएंगे और जब तक मूर्तियां नहीं बन जातीं तब तक अंदर कोई प्रवेश नहीं करेगा। यदि दरवाज़ा पहले खुल गया तो वे मूर्ति बनाना छोड़ देंगे। बंद दरवाज़े के अंदर मूर्ति निर्माण का काम हो रहा है या नहीं, यह जानने के लिए राजा नित्यप्रति दरवाज़े के बाहर खड़े होकर मूर्ति बनने की आवाज़ सुनते थे। एक दिन राजा को अंदर से कोई आवाज़ सुनाई नहीं दी,उनको लगा कि विश्वकर्मा काम छोड़कर चले गए हैं। राजा ने दरवाज़ा खोल दिया और शर्त अनुसार विश्वकर्मा वहां से गायब हो गए। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां अधूरी ही रह गईं। उसी दिन से आज तक मूर्तियां इसी रूप में यहां विराजमान हैं। यहां है दुनिया की सबसे बड़ी रसोई पुरी के जगन्नाथ मंदिर में रोज लाखों लोगों के लिए प्रसाद बनाया जाता है। यहां पर हर करीब हर रोज 1 लाख लोगों को प्रसाद बांटा जाता है। भगवान जगन्नाथ को हर दिन 6 समय का भोग लगाया जाता है जिसमें 56 तरह के पकवान होते हैं। पुरी जगन्नाथ मंदिर में बनी हुई रसोई को दुनिया की सबसे बड़ी रसोई मानी जाती है। इसमें एक साथ 500 के करीब रसोइये और 300 के आस-पास सहयोगी भगवान के प्रसाद को तैयार करते हैं। भगवान जगन्नाथ के प्रसाद को महाप्रसाद कहा जाता है। इस प्रसाद को पकाने के लिए सात मिट्टी के बर्तनों को एक दूसरे के ऊपर रखा जाता है और प्रसाद पकने की प्रक्रिया सबसे ऊपर वाले बर्तन से शुरू होती है। मिट्टी के बर्तनों में चूल्हे पर ही प्रसाद पकाया जाता है सबसे नीचे वाले बर्तन का प्रसाद आखिर में पकता है। हैरानी की बात यह भी है कि मंदिर में प्रसाद कभी भी कम नहीं पड़ता और जैसे ही मंदिर के द्वार बंद होते हैं प्रसाद भी समाप्त हो जाता है। पुरी जगन्नाथ मंदिर के कुछ आश्चर्य सभी को चौंकाते हैं...
1- मंदिर के ऊपर से नहीं उड़ते कोई भी पक्षी पुरी के जगन्नाथ मंदिर के बारे में एक चौकाने वाली बात है कि इस मंदिर के ऊपर से कभी भी कोई पक्षी नहीं उड़ता हुआ दिखाई देता। इसके अलावा इसके ऊपर कोई भी हवाई जहाज नहीं गुजरता है।
2-नहीं पड़ती मंदिर के गुंबद की परछाई भगवान जगन्नाथ के मंदिर का ऊपरी हिस्सा यानि गुंबद विज्ञान के इस नियम को चुनौती देता है, क्योंकि दिन के किसी भी समय इसकी परछाई नजर नहीं आती।
3-यहां बहती है उल्टी हवा समुद्री इलाकों में हवा का बहाव दिन के समय समुद्र से धरती की तरफ होता है जब कि शाम को उसका रुख बदल जाता है। हवा धरती से समुद्र की ओर बहने लगती है लेकिन यहां चमत्कार है कि हवा दिन में धरती से समुद्र की ओर व शाम को समुद्र से धरती की ओर बहती है। 4- मंदिर के अंदर नहीं सुनाई देती समुद्र के लहरों की आवाज जगन्नाथ मंदिर में सिंह द्वार से प्रवेश करने पर आप समुद्र की लहरों की आवाज नहीं सुन सकते लेकिन मंदिर से एक कदम बाहर आते ही लहरों की ध्वनि सुनाई देने लगती है।
भारत गैस की डिलवरी टैंपो से दो भरा सिलेंडर को चोरों ने किया गायब !
डिलवरी ब्याव सन्नी गायकवाड़ की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया मामला !
देखिए पूरी खबर को इस पुरे मामले पर क्या कहना हैं भारत गैस के डिलवरी ब्याव सन्नी गायकवाड़ सुनिए उनकी जुबानी,,,,,
उल्हासनगर –उल्हासनगर के कैंप क्रमांक चार के विट्ठलवाडी पुलिस थाने की हद्द में दो उच्चको ने रोड़ पर खड़े टेप्मो से दो भारत गैस के सेलिंडर को आटो में डाल कर उड़ा ले गए वही विट्ठलवाड़ी पुलिस ने अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज़ कर लिया और जांच शुरू कर दी हैं. बता दे की सन्नी गायकवाड ने विट्ठल वाड़ी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है की सन्नी सागर गैस एजेंसी में डिलेवरी बॉय का काम करता है सन्नी सात मई की दोपहर को सन्नी कुर्ला कैंप परिसर में नास्ता कर जब वापस आया तो उसके टेंपो से भारत गैस कंपनी के दो भरा हुआ सिलेंडर गायब था गायकवाड ने इधर उधर देखा मगर उसे सिलेंडर नही मिले तो गायकवाड ने विट्ठलवाडी पुलिस थाने में चोरी की शिकायत दर्ज करवा दी आगे की जांच विट्ठलवाडी पुलिस स्टेशन के द्वारा किया जा रही है !
रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर किया लाखों की ठगी !
26 साल के युवक से 69 लाख 87 हजार रूपयों किया ठगी ?
पुलिस ने दो आरोपी को किया गिरफ्तार !
उल्हासनगर– उल्हासनगर में रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक 26 साल के युवक से 69 लाख 87 हजार रूपयों की ठगहारी करने का मामला सामने आया है। पुलिस महिला व उसके साथी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उल्हासनगर-1 शहाड़ गेट के पास शिव रोड पर 26 वर्षीय अक्षय भास्कर लोहार अपने रिश्तेदारों के यहां रहता है। और नौकरी की तलाश भी करता था। इसी बीच कल्याण की रहने वाली 24 वर्षीय श्रद्धा उर्फ जाह्नवी दत्ताराम चौगुले व उल्हासनगर निवासी 26 वर्षीय दीपक रमेश महाजन से हुई। दोनों ने अक्षय को रेलवे अधिकारियों से अच्छी पहचान होने की बात कहकर रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देने लगे। आरोपी श्रद्धा व दीपक ने अक्षय से नौकरी के दिलाने के बदले में धीरे धीरे 69 लाख 87 हजार 280 रुपए ले लिए। और नकली हस्ताक्षर और मोहर लगा हुआ रेलवे नियुक्ति व ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। जब अक्षय और उसके रिश्तेदार पत्र लेकर रेलवे प्रशासन के पास गए तो रेलवे अधिकारियों ने उसे फर्जी बता दिया। उसके बाद अपने साथ हुई ठगी होने की बात अक्षय के समझ में आ गया। फिलहाल अक्षय लोहार कि शिकायत पर उल्हासनगर पुलिस ने आरोपी श्रद्धा व दीपक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगे की जांच पुलिस उपनिरीक्षक एस.वी. शिंदे कर रहे हैं।
30 जून से पहले अपनी प्रापर्टी के पुराने दस्तावेज जमा करके आप भी ले सकते हों अपनी जमीन की सनद !
1965 से पहले की कोई भी दस्तावेज जमा करके मिल जायेगी सनद !
देखिए पूरी खबर को भाजपा विधायक कुमार आयलानी और भाजपा के पुर्व नगरसेवक राजेश बधारिया ने क्या कहा सुनिए उनकी ज़ुबानी,,,,,,
उल्हासनगर –उल्हासनगर १४१ विधानसभा के कार्य सम्राट भाजपा विधायक कुमार ऐलानी ने कुछ दिनो पहले प्रांत अधिकारी जयराज कारभरी भाजपा के शिष्ट मंडल जिसमे राजेश वधरिया ,चंद्रकांत मिश्र ने मुलाकात की और मांग की थी जिसमे बाद प्रांत अधिकारी कारभरी ने नागरिकों को सनद देने का काम शुरू किया और लोगो से अपील की इस मौके का फायदा ले जिसकी अंतिम तारीख 30 जून 2023 से पहले उपविभागीय कार्यालय में अपने दस्ता वेज जमा करो और विधायक कार्यालय में भी इसकी एक कॉपी जमा करवाओ, ऐसा आव्हान १४१ के विधायक कुमार आयालनी ने शहर वासियों से की है !
भाजपा के व्हाटशाप इनवरसिटी के जरिए छेडछाड़ किया फिर आव्हाड का वीडियो शोसलमीडिया पर डालकर भ्रम फैलाने के मामले में हुऐ षणयंत्र का पुलिस करेगी पर्दाफाश–मनोज लासी रांकपा नेता
रांकपा नेता पर एफआईआर दर्ज होने के बाद रांकपा के नेताओं हिललाइन पुलिस से सिनियर से मुलाकात कर मामले की निष्पक्ष जांच करने की किया मांग !
भाजपा की निषेध रैली फ्लाप होने के बाद भाजपा के लोगों को मुंह पर उल्हासनगर की जनता ने ही कालिख पोत दिया हैं– रांकपा नेता लासी
भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी बचाने की राजनीति हुई फ्लाप, भाजपा का अगला अध्यक्ष होगे रामचंदानी– राकपा प्रवक्ता कमलेश निकम
देखिए पूरी खबर को पूरे मामले पर रांकपा नेता मनोज लासी और रांकपा प्रवक्ता कमलेश निकम ने क्या कहा सुनिए उनकी जुबानी,,,,,,,,
रांकपा नेता जितेंद्र आव्हाड पर सिंधी समाज के अपमान करने के मामले में हिललाईन पुलिस ने दर्ज किया एफआईआर !
उल्हासनगर भाजपा नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज किया मामला !
नेहरू चौक पर भाजपा का निषेध मोर्चा का किया गया अयोजन!
देखिए पूरी खबर इस पुरे मामले पर भाजपा के जिल्हा अध्यक्ष जम्मू पुरस्वानी और ब्यापारी सेल के अध्यक्ष दीपू छतलानी भाजपा विधायक कुमार आयलानी ने क्या कहा सुनिए उनकी जुबानी,,,,,,