उल्हासनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने धोबीघाट से दबोचा झारखंड के फरार हत्यारे को !
By fast headline india →
उल्हासनगर क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा की गई बड़ी कार्यवाई !
उल्हासनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने धोबीघाट से दबोचा झारखंड के फरार हत्यारे को !
डेढ़ वर्षो से फरार हत्यारा राजेन्द्र यादव अन्य दो हत्याओं के आरोप में भोग चुका था सजा !
उल्हासनगर-उल्हासनगर क्राइम ब्रांच टीम के सीनियर पीआय महेश तरडे ने डेढ़ वर्ष पूर्व झारखंड में हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हत्यारे को धोबीघाट के महारल परिसर से दबोचने में सफलता प्राप्त हुई है।ठाणे पुलिस आयुक्त विवेक फँसलकर के आदेश पर शुरू हुई धड़-पकड़ मुहिम से गुनहगारो में हड़कंप मच गया है। पुलिस से मिली जानकारी के क्राइम ब्रांच के सीनियर पीआय महेश तरडे को गुप्त सूचना मिली थी कि,झारखंड राज्य के जिला बरहट, ग्राम बरहट में 2018 में जमीनी विवाद को लेकर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर डेढ़ वर्षो से फरार राजेन्द्र महावीर यादव धोबीघाट के महारल परिसर में आने वाला है,सूचना मिलते ही अप्पर पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार,उपायुक्त दीपक देवराज व एसीपी किशन गवली को इस जानकारी से अवगत करवाते हुए हत्यारे को पकड़ने के लिए महेश तरडे व उनके मातहत अधिकारियों व कर्मचारियों ने जाल बिछाया।और जैसे ही संदेहास्पद राजेन्द्र यादव नजर आया वैसे ही पहले से घात लगाए पुलिस की टीम ने राजेन्द्र यादव को हिरासत में ले लिया। क्राइम ब्रांच की टीम को पूछताछ के दौरान राजेन्द्र यादव (46)ने बताया की 1999 में अपने गाँव के ही शिवकुमार साव नामक व्यक्ति की चाकू गोदकर हत्या कर दिया था,उसके बाद 2003 में शंकर माथुर नामक व्यक्ति को गाव के समीप स्थित नदी में डुबो-डुबोकर मौत के घाट उतार दिया था।इन दोनों मामलों में स्थानीय बरहट पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,2010 में सजा पूरी होने के बाद वह बाहर आया था,सरफिरा राजेन्द्र यादव ने 2018 में अपने भाई महेंद्र यादव के साथ मिलकर गाव के समीप स्थित भूतवेस्वर नाथ मंदिर के पीछे नदी के किनारे ले जाकर जमीनी विवाद के चलते रामबाबू साव उर्फ साह नामक व्यक्ति की कट्टे से दो गोलियां बरसाकर निर्मम हत्या कर दिया था तब से ही राजेन्द्र यादव स्थानीय बरहट पुलिस की गिरफ्त से फरार था।चुनावी पार्श्वभूमी के दरम्यान ही क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले बाबू उर्फ आजाद सुरेश मशी तथा जगनाथ खंडागले जिन्हें झोन-4 से तड़ीपार किया गया है उन्हें गिरफ्तार किया था,अहम बात यह है कि बदलापुर रहिवाशी जगनाथ खंडागले बदलापुर पुलिस में दर्ज 376 का फरार आरोपी था।जिसे स्थानीय पुलिस को सौप दिया गया।परिमंडल-4 के पुलिस उपायुक्त व सहायक आयुक्त सहित क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा अपराधियो के खिलाफ शुरू की गई धड़-पकड़ मुहिम से अपराधियो में हड़कंप मच गया है।
उल्हासनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने धोबीघाट से दबोचा झारखंड के फरार हत्यारे को !
डेढ़ वर्षो से फरार हत्यारा राजेन्द्र यादव अन्य दो हत्याओं के आरोप में भोग चुका था सजा !
उल्हासनगर-उल्हासनगर क्राइम ब्रांच टीम के सीनियर पीआय महेश तरडे ने डेढ़ वर्ष पूर्व झारखंड में हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हत्यारे को धोबीघाट के महारल परिसर से दबोचने में सफलता प्राप्त हुई है।ठाणे पुलिस आयुक्त विवेक फँसलकर के आदेश पर शुरू हुई धड़-पकड़ मुहिम से गुनहगारो में हड़कंप मच गया है। पुलिस से मिली जानकारी के क्राइम ब्रांच के सीनियर पीआय महेश तरडे को गुप्त सूचना मिली थी कि,झारखंड राज्य के जिला बरहट, ग्राम बरहट में 2018 में जमीनी विवाद को लेकर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर डेढ़ वर्षो से फरार राजेन्द्र महावीर यादव धोबीघाट के महारल परिसर में आने वाला है,सूचना मिलते ही अप्पर पुलिस आयुक्त प्रवीण पवार,उपायुक्त दीपक देवराज व एसीपी किशन गवली को इस जानकारी से अवगत करवाते हुए हत्यारे को पकड़ने के लिए महेश तरडे व उनके मातहत अधिकारियों व कर्मचारियों ने जाल बिछाया।और जैसे ही संदेहास्पद राजेन्द्र यादव नजर आया वैसे ही पहले से घात लगाए पुलिस की टीम ने राजेन्द्र यादव को हिरासत में ले लिया। क्राइम ब्रांच की टीम को पूछताछ के दौरान राजेन्द्र यादव (46)ने बताया की 1999 में अपने गाँव के ही शिवकुमार साव नामक व्यक्ति की चाकू गोदकर हत्या कर दिया था,उसके बाद 2003 में शंकर माथुर नामक व्यक्ति को गाव के समीप स्थित नदी में डुबो-डुबोकर मौत के घाट उतार दिया था।इन दोनों मामलों में स्थानीय बरहट पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,2010 में सजा पूरी होने के बाद वह बाहर आया था,सरफिरा राजेन्द्र यादव ने 2018 में अपने भाई महेंद्र यादव के साथ मिलकर गाव के समीप स्थित भूतवेस्वर नाथ मंदिर के पीछे नदी के किनारे ले जाकर जमीनी विवाद के चलते रामबाबू साव उर्फ साह नामक व्यक्ति की कट्टे से दो गोलियां बरसाकर निर्मम हत्या कर दिया था तब से ही राजेन्द्र यादव स्थानीय बरहट पुलिस की गिरफ्त से फरार था।चुनावी पार्श्वभूमी के दरम्यान ही क्राइम ब्रांच ने दो दिन पहले बाबू उर्फ आजाद सुरेश मशी तथा जगनाथ खंडागले जिन्हें झोन-4 से तड़ीपार किया गया है उन्हें गिरफ्तार किया था,अहम बात यह है कि बदलापुर रहिवाशी जगनाथ खंडागले बदलापुर पुलिस में दर्ज 376 का फरार आरोपी था।जिसे स्थानीय पुलिस को सौप दिया गया।परिमंडल-4 के पुलिस उपायुक्त व सहायक आयुक्त सहित क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा अपराधियो के खिलाफ शुरू की गई धड़-पकड़ मुहिम से अपराधियो में हड़कंप मच गया है।