अति धोखादायक बिल्डिंगों की लिस्ट में नही किया गया है कोई भेदभाव-सहायक आयुक्त शिंपी
अति धोखादायक बिल्डिंगों की लिस्ट में नही किया गया है कोई भेदभाव-सहायक आयुक्त शिंपी
अपनी बिल्डिंगों के स्ट्रक्चर ऑडिट रिपोर्ट को मनपा में करें जमा धोकादायक यादि से हट जाएगा नाम !
बिल्डिंगों के रहिवासी, व्यापारी, कारखानेदार, दुकानदार, धोखादायक नोटिस निकलते ही शुरू हुई भागदौड़ !
7 दिन में देना है जवाब , क्या करें, क्या ना करें की असंमजस !
कौन है आम रहिवासियों, कारखानेदार, दुकानदारो, कामगार, व्यापारियों को इस मुसीबत दिला सकता है छुटकारा !
देखिये पूरी खबर को उमपा के प्रभाग समिति 3 के सहायक आयुक्त गणेश शिंपी ने क्या कहा सुनिये उनकी जुबानी,,,,,,
उल्हासनगर-उल्हासनगर कैम्प 3 सपना गार्डन के पास की पेनिनसुला पार्क इमारत जिसमे सभी 300 व्यवसायी दुकानें, कारखाने करीबन भरे हुये है जिनमें कामगारों की संख्या हज़ारों की तादाद में आज भी कार्यरत है, पेनिनसुला पार्क इमारत में ही एक न्यु मॉडल इंग्लिश स्कुल भी है, इमारतवासीयों ने इमारत को रिपेयर भी करवाया है, उक्त इमारत को उमनपा द्वारा नोटिस में खाली और अतिधोकादायक इमारत लिखा है वहीं उल्हासनगर कैम्प 3 प्रान्त ऑफिस के पास पवई चौक स्थित मिनिस्टर कॉम्प्लेक्स में भी इस समय 100 के क़रीब दुकानों, कारखानों मे सैंकड़ो कामगार कार्यरत है, इस इमारत की भी रिपेयरिंग की गई है, उक्त इमारत को भी उमनपा द्वारा नोटिस में खाली और अतिधोकादायक इमारत लिखा है।
उल्हासनगर कैम्प 3 उमनपा रोड राधास्वामी कोल्डड्रिंक हाउस के सामने की रहिवासी इमारत रूपसागर अपार्टमेंट को अति धोकादायक इमारत, रहिवास के लिये अयोग्य और तुरंत निष्कासन करने की स्थिती की इमारत उमनपा की वेबसाइट पे प्रकाशित करते हुये इमारतवासीयों को लॉकडाउन पिरियड में निष्कासन के लिये इमारत बताई गई और विशेषकर इमारत को खाली बताया गया, वेबसाइट पे अपनी इमारत का नाम देखकर 1 महीना पहले ही रहिवासियों के होश उड़ गए थे,उमनपा द्वारा सूची में खाली इमारत लिखी गयी है, जबकी इमारत में 14 फ्लैट और 3 दुकानें है और रहिवासित इमारत है, उमनपा के अधिकृत इंजीनियर श्री नाखवा की सलाह पर छोटी मोटी रिपेयरिंग भी चल रही है, रहिवासियों ने बताया, उमनपा का लिखना है कि इमारत खाली है, तो लाइट बिल कैसे आ रहे है और भरे भी जा रहे है, पानी की मोटर चलाकर भूत इस्तेमाल कर रहे है क्या इमारतवासीयों द्वारा 2 महीनों से पत्रव्यवहार उमनपा प्रशासन से किया भी है। उक्त इमारत को उमनपा द्वारा नोटिस में खाली और अतिधोकादायक इमारत लिखा है, एक ही दिन में इमारतवासीयों को 2 नोटीस दी गयी है, एक नोटिस में ये लिखा कि 30 दिन में स्ट्रक्चरल इंजीनियर से सर्वे ऑडिट करवाके रिपोर्ट प्रस्तुत कीजिये, दूसरी नोटिस में ये लिखा कि अतिधोकादायक इमारत है, खाली भी है जिसे निष्कासित करना आवश्यक है, 7 दिन में जवाब दिजिये, अब इमारतवासी करें तो क्या करें ज्ञात हो कि, उल्हासनगर मनपा द्वारा 26 सितंबर 2020 के दिन आम सूचना निकालकर अख़बारों में प्रकाशित की गई है, उक्त सूचना में 23 इमारतों की सूची देकर कहा गया है कि, उक्त इमारतें धोकादायक और अतिधोकादायक इमारतों की श्रेणी में है, उन्हें आमनोटिस देकर खाली करने को कहा गया है,अधिकतर इमारतें खाली है, उनको कई बार सूचना देकर भी इमारतवासीयों द्वारा निष्कासन नहीं किया गया, ऐसी 23 अतिधोकादायक इमारतें जिनसे आसपास के रहिवासियों को धोखा है उन इमारतों को उल्हासनगर मनपा प्रशासन द्वारा निष्कासन की तोड़ने की कार्यवाही की जाने वाली है, इमारतवासी रहिवासियों को इस विषय पर कोई सूचना, आपत्ति या सुझाव देना हो तो वे आनेवाले 7 दिनों में प्रभाग समिती कार्यालय में लिखित निवेदन दे सकते है, 7 दिनों बाद कोई निवेदन विचारणीय नहीं होंगे ऐसी आम सुचना उल्हासनगर मनपा आयुक्त डॉ राजा दयानिधि द्वारा अखबारों में प्रकाशित करवाई गयी है।