कोणार्क कंपनी के मालिक अन्नू मनवानी, और राहुल मनवानी से हैं हमको जान का खतरा –सुरेश साहिता
बिना मालिक की अनुमति के कोणार्क कंपनी ने कचरा गाड़ी डिपो बनाया ?
विरोध करने पर बदमाश ने दी जमीन मालिक को जान से मारने की धमकी !
देखिए पूरी खबर को पुरे मामले पर शिकायतकर्ता सुरेश साहिता ने क्या कहा सुनिए उनकी ज़ुबानी,,,,,
उल्हासनगर –उल्हासनगर महानगरपालिका ने शहर में कचड़ा उठाने का ठेका कोणार्क ग्रीन एनवायरो कंपनी को दिया है. खबर है कि कोणार्क कंपनी ने भूखंड के छह मालिकों में से दो की अनुमति प्राप्त करने के बाद पूरे भूखंड पर कब्जा करके निर्माण शुरू कर दिया है। घटना कैंप पांच हिललाइन थाना क्षेत्र की है, जहां इसका विरोध करने गए प्लॉट के मालिक सुरेश साहिता को दबंगों ने जान से मारने की धमकी दी. बताया गया है कि वर्ष 2009 में सुरेश सहिता, आरती सहीता, राजेश छूतलानी, राकेश छूतलानी, अनु मनवानी तथा राहुल मनवानी ने मिलकर कैंप 5 में डंपिंग ग्राउंड के बगल में 518 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का प्लॉट खरीदा। भूखंड को बाड़ से सुरक्षित किया गया था। सात माह पहले कोणार्क ग्रीन एनव्यारो कंपनी ने उक्त भूखंड पर कचड़ा गाड़ियां कड़ी करनी शुरू की थी. इस प्लॉट पर कब्जा लेने से पहले कोणार्क कंपनी ने अनु मनवानी के साथ एक समझौता किया था. कुल प्लॉट का 33 फीसदी हिस्सा ही अनु मनवानी और राहुल मनवानी
का है. शेष भूखंड का स्वामित्व सहिता और छूतलानी के पास है। दो दिन पहले, सुरेश प्लॉट पर गए और कोणार्क कंपनी पर उसके स्वामित्व वाले प्लॉट पर खड़ी गाड़ियों को हटाने के लिए दबाव डाला। लेकिन उसके बाद उनके प्लॉट पर शेड खड़ा कर दिया गया और निर्माण शुरू हो गया. जब सुरेश प्लॉट पर गए तो विनोद पंजाबी नाम के गुंडे ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. ये बात बीजेपी नेता नरेंद्र राजानी को उन्होंने बताई तो उन्होंने हिललाइन पुलिस स्टेशन पहुंचकर विनोद पंजाबी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया. अपनी शिकायत में सुरेश ने कहा है कि मैं घर में अकेला कमाने वाला हूं और अगर मुझे कुछ हुआ तो अनु मनवानी और विनोद पंजाबी जिम्मेदार होंगे। इससे पहले कोणार्क कंपनी ने बीते दिनों सुरेश सहिता समेत ललित द्वारा प्लॉट में घुसने और वहां से गाड़ी निकालने के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। इस संबंध में हिललाइन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रंजीत ढेरे ने कहा कि सुरेश सहिता की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.